
2017 में सैफुल्ला तो 2021 में मिनहाज-नसीरुद्दीन.... काकोरी क्यों बन रहा है आतंकियों का सुरक्षित ठिकाना
AajTak
बीते कई सालों से काकोरी का नाम आतंकी घटनाओं और आतंकियों की पनाहगाह के तौर पर सामने आने लगा है. आखिर क्यों काकोरी और उसके आसपास का इलाका आईएसआईएस और अलकायदा जैसे खतरनाक आतंकी संगठनों का ठिकाना बनता जा रहा है?
नवाबों के शहर लखनऊ से सटा काकोरी एक बार फिर सुर्ख़ियों में है. 94 साल पहले इसी काकोरी इलाके में अंग्रेजी हुकूमत से लड़ने के लिए क्रांतिकारियों ने सरकारी खजाना लेकर जा रही ट्रेन को लूटने का काम किया था. काकोरी और काकोरी कांड का नाम स्वतंत्रता संग्राम में किसी तीर्थ स्थान की तरह लिया जाता रहा है.
जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










