
2 साल में बनाए 4 लाख फर्जी आधार- पैन कार्ड! फिर फेक बैंक खाते खुलवाकर की साइबर ठगी, तीन अरेस्ट
AajTak
यह गैंग फर्जी वेबसाइट के जरिए फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बना रहे थे. इनके लेनदेन से बरामद रजिस्टर में पैसों का लेनदेन देख आशंका है कि यह गैंग 3 सालों में लगभग 4लाख फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड बनाकर साइबर अपराधियों को दे चुका है.
साइबर अपराधियों के लिए फर्जी पहचान पत्र से खोला गया बैंक खाता सबसे बड़ा हथियार होता है, क्योंकि धोखाधड़ी कर ठगी गई रकम को साइबर अपराधी इसी बैंक खाते में जमा करवाते हैं. पुलिस जब तक तफ्तीश करती है तो पता चलता है जिस नाम पते पर बैंक खाता खुला था वह सब फर्जी था. फर्जी नाम पते पर बैंक खाता कैसे खुल रहा था, इसकी तफ्तीश वाराणसी साइबर पुलिस ने की और यूपी पुलिस की साइबर टीम ने लखनऊ से ऐसे 3 लोगों को गिरफ्तार किया.
बीते साल वाराणसी साइबर थाने पर शिकायत मिली कि ट्रेजरी अधिकारी बनकर पुलिस विभाग के रिटायर्ड अफसरों से ठगी की जा रही है. वाराणसी साइबर टीम ने जांच के बाद दो एफआईआर दर्ज हुई और 9 लोग गिरफ्तार किए गए. पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि फर्जी नाम पता से पैन कार्ड और आधार कार्ड बनाकर साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी के लिए खोले जा रहे बैंक खातों का पूरा एक रैकेट चल रहा है.
तीन आरोपी गिरफ्तार
लखनऊ की साइबर थाने की पुलिस ने जांच शुरू की और इस मामले में बिहार के रहने वाले तीन आरोपी अफजल आलम, सुशील कुमार और मोहम्मद इरशाद को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार तीनों आरोपियों में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का मास्टर अफजल आलम मास्टरमाइंड है, जो कई सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट वाली कंपनियों में काम कर चुका है. पूछताछ की गई तो पता चला अफजल आलम ने डोमेन नेम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों से कई डोमेन बुक करा रखे थे. अफजल आलम ने कई वेबसाइट बना रखी थी जिसमें www.digitalportal.in, www.digitalfastprint.co.in, www.digitalfastprint.online, www.digitalfastprint.in और www.reprintportal.xyz के नाम से वेबसाइटें बना रखी थी.
अफजल आलम ने कई डाटा सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों से कस्टमर के डाटा खरीद रखे थे. मोडस ऑपरेंडी की बात करें तो जब भी कोई व्यक्ति आधार कार्ड या पैन कार्ड बनवाने के लिए इसकी वेबसाइट पर लॉगिन करता तो किसी भी दूसरे व्यक्ति का आधार कार्ड नंबर इनके सामने होता, जिसमें व्यक्ति अपना नाम फोटो और फर्जी पता डाल देता. जिसके बाद उसे यूआईडीआई की तरह की फर्जी आधार कार्ड की कॉपी निकल आती.
फर्जी दस्तावेंजों से खोलते थे खाते

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







