12वीं या बीएससी फर्स्ट ईयर में ही पा सकते हैं साइंंस की ये रिसर्च फेलोशिप, जानें हर डिटेल
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एप्टीट्यूड टेस्ट के आधार पर छात्रों की स्क्रीनिंग होगी. इसके बाद शॉर्टलिस्ट किए गए छात्रों को फाइनल राउंड इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है. फेलोशिप में जगह बनाने के लिए, एप्टीट्यूड टेस्ट और इंटरव्यू में प्राप्त अंकों के बाद ही फैसला होता है.
किशोर वैज्ञानिक प्रोत्साहन योजना (केवीपीवाई) बेसिक साइंसेज में सरकार द्वारा वित्त पोषित एक राष्ट्रीय फेलोशिप कार्यक्रम है. इसमें विज्ञान की दिशा में महत्वपूर्ण रीसर्च में जुटे किशोरों को प्रोत्साहित किया जाता है. अगर आप भी इसकी अर्हता रखते हैं और ये फेलोशिप पाने के इच्छुक हैं तो इस फेलोशिप की योग्यता परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन जरूर कर दें.
ZeroB H2OHH review: मार्केट में एक ऐसा प्रोडक्ट आया है, जो आपको हर जगह साफ पानी दे सकता है. इसके लिए आपको बार-बार पैकेज्ड पानी नहीं खरीदना होगा. हम बात कर रहे हैं ZeroB H2OHH बोतल की, जो बिना किसी बिजली के आपको हर जगह शुद्ध पानी देती है. हालांकि, ये किसी भी पानी को साफ नहीं कर सकती है. आइए जानते हैं इसका रिव्यू.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.









