राजस्थान: कृषि कानून के विरोध में बैलगाड़ी से जनसभा में पहुंचे सचिन पायलट, मोदी सरकार पर साधा निशाना
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पायलट ने केंद्र की भाजपा सरकार पर घमंडी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक माह से भी अधिक समय से इस भीषण सर्दी में हज़ारों किसान सड़कों पर डेरा डाले हुए लेकिन सरकार ना तो इस काले कानून को वापस ले रही है ना ही एमएसपी पर कोई लिखित आश्वासन दे रही है.
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में किसानों के बीच बैलगाड़ी पर बैठकर पहुंचे. कृषि कानून के विरोध में चलाये जा रहे कार्यक्रम को लेकर सचिन पायलट ने रविवार को टोंक ज़िले की 11 ग्राम पंचायतों का दौरा किया. सचिन पायलट ने किसानों से जन संवाद करते हुए कृषि कानून को मोदी सरकार की किसानों को बर्बाद किये जाने की सोची -समझी रणनीति बताया. पायलट ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार छोटे व मंझोले किसानों को खत्म कर पूरी व्यवस्था बहुराष्ट्रीय कंपनियों के हाथों में सौंपने जा रही है. उन्होंने कहा कि यही कारण है कि सभी राज्यों के किसान संगठन व भाजपा को छोड़ देश के सभी राजनीतिक दल इन तीनों कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.