
हिज्बुल्लाह के बाद हूतियों ने इजरायल पर किया मिसाइल अटैक, फेल हुआ एयर डिफेंस सिस्टम
AajTak
इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर यमन के हूती विद्रोहियों ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल से जबरदस्त हमला किया. इस हमले में इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम आयरडोम भी नाकाम हो गया और मिसाइल मध्य इजरायल में जा गिरी. इसके बाद वहां सायरन बजने लगे.
इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर यमन के हूती विद्रोहियों ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल से जबरदस्त हमला किया. इस हमले में इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम आयरडोम भी नाकाम हो गया और मिसाइल मध्य इजरायल में जा गिरी. इसके बाद वहां सायरन बजने लगे, जिसमें बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी शामिल है. सायरन बजने के बाद लोग सुरक्षित जगहों की ओर भागते नजर आए. हर तरफ अफरा-तफरी मच गई.
इजरायली डिफेंस फोर्सेस ने हूती विद्रोहियों की ओर से किए गए मिसाइल हमले की पुष्टि की है. उनका कहना है कि इस हमले के बाद एक खुले क्षेत्र में आग लग गई, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ है. बेन गुरियन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर परिचालन बहुत जल्दी सामान्य हो गया. आईडीएफ ने कहा, "मध्य इजरायल में कुछ समय पहले बजने वाले सायरन के बाद एक सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल गिरने की घटना सामने आई है.''
इससे पहले शनिवार को लेबनान के आतंकी समूह हिज्बुल्लाह ने इजरायली पर 1307 ड्रोन और सैकड़ों रॉकेटों से हमला किया. दावा किया गया कि सभी ड्रोन इजरायली टारगेट पर सटीक तरीके से गिरे. लेकिन इजरायल का कहना है कि उसके आयरन डोम ने अधिकतर ड्रोन और रॉकेट को हवा में ही नष्ट कर दिया. बाकी खुले क्षेत्र में गिरे हैं, जिससे कोई नुकसान नहीं हुआ. हिज्बुल्लाह ने इजरायल को गाजा में जंग रोकने की बात कही है.
हालांकि, पिछले 11 महीने से गाजा में जारी इजरायली सैन्य कार्रवाई थमने की बजाए तेज होती जारी है. शनिवार की रात मध्य और दक्षिणी गाजा पर इजरायल ने कई हवाई हमले किए, जिसमें कम से 14 लोग मारे गए. कई घायल हो गए. गाजा के नागरिक सुरक्षा ने बताया कि एक घर को निशाना बनकर हुए हमले में तीन महिलाएं, और चार बच्चों समेत 11 फिलिस्तीनियों की जान चली गई. खान यूनिस में भी इजरायल ने हमला किया.
शरणाथी शिविर को निशान बनाकर हुए हमले में तीन लोगों की मौत हो गई. न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक इजरायल की लगतार जारी सैन्य कार्रवाई में सबसे ज्यादा नुकसान बच्चों को ही उठाना पड़ा है. कई बच्चे तो अपने सुनने और बोलने की क्षमता ही खोते जा रहे हैं. पिछले साल अक्टूबर में गाजा पर शासन करने वाले हमास ने इजरायल पर हमला कर 1200 लोगों को मार डाला था. इसके बाद से ही ये जंग चल रही है.
इस जंग को रोकने के लिए तेल अवीव की सड़कों पर एक बार फिर हजारों प्रदर्शनकारी उतर आए. इजरायल की सरकार से बंधकों की रिहाई के लिए हमास से तुरंत समझौते की मांग की है. बंधक बनाए गए लोगों के परिजनों और दोस्तों को डर है कि गाजा में जंग लंबी चली तो ज्यादा बंधक मारे जाएंगे. लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे लोगों ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पूरी सरकार से इस्तीफा भी मांगा है.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







