हरिद्वार धर्म संसद के वीडियो देख पाक में जिन्ना को क्यों कहा जा रहा है 'थैंक्यू'!
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पाकिस्तान के सभी प्रमुख न्यूज वेबसाइटों ने हरिद्वार धर्म संसद में हिंदुत्व को लेकर छिड़े विवाद को प्रमुखता दी है. तुर्की की सरकारी मीडिया ने भी धर्म संसद को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की है. दुनिया भर में धर्म संसद में दिए गए नफरत भरे बयानों की आलोचना हो रही है.
उत्तराखंड के हरिद्वार में 17 से 19 दिसंबर को आयोजित धर्म संसद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी की अध्यक्षता में आयोजित इस धर्म संसद में साधु-संतों ने हिंदुत्व को लेकर विवादित और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाते हुए कई भाषण दिए जिसकी देश में तो आलोचना हो ही रही है, विदेशी मीडिया में भी खूब चर्चा हो रही है. पाकिस्तान के सभी प्रमुख न्यूज वेबसाइटों ने इस खबर को प्रमुखता दी है.
पाकिस्तान के प्रमुख न्यूज चैनल 'जियो न्यूज' ने धर्म संसद को 'हेट स्पीच कॉन्क्लेव' करार दिया है. जियो न्यूज ने इस खबर को शीर्षक दिया है, 'हेट स्पीच कॉन्क्लेव': भारत के हिंदुत्ववादी नेताओं ने मंच से मुस्लिम नरसंहार का आह्वान किया.' जियो टीवी ने लिखा है कि तीन दिवसीय हेट स्पीच कॉन्क्लेव में कई ऐसे भाषण दिए गए जिनमें धार्मिक अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया. इस धर्म संसद में हिंदू समूहों से ये भी अपील की गई कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार उठा लें.
जापान की प्रमुख कंपनी आइकॉम ने हाल ही में एक बयान जारी किया है. कंपनी ने कहा कि वाकी टॉक के सेट में जितने भी विस्फोट हुए हैं, उसने उस मॉडल को बनाना 10 साल पहले ही बंद कर दिया था. आइकॉम ने बताया कि आई सी वि 8021 हैंड हेल्त रेडियो सेट का उत्पादन और निर्यात 2004 से ऑक्टोबर 2024 तक किया गया था. इसके बाद उसे बंद कर दिया गया था और तब से इसे कंपनी के द्वारा शिप नहीं किया गया.
अमेरिका में बसा भारतीय समुदाय सबसे पढ़े-लिखे और ताकतवर इमिग्रेंट्स में शामिल रहा. ये देश की कुल आबादी का लगभग 1.5 फीसदी हैं लेकिन कारोबार से लेकर राजनीति में भी उसकी गहरी पैठ है. पिछले कुछ सालों में राष्ट्रपति चुनावों में भी भी इनके वोटों की अहमियत बढ़ी. जानिए, यूएस में भारतीय मूल के लोग का रुझान किस तरफ है.
इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने दुनिया को सोचने पर मजबूर कर दिया है. दरअसल लेबनान में पेजर के बाद वॉकी-टॉकी में ब्लास्ट हुए. पहले दिन 12 आतंकियों की मौत के बाद 14 और आतंकी मारे गए, इसको लेकर हिजबुल्लाह में दहशत है. लेबनान में दहशत है कि क्या घर के दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामानों में भी विस्फोट हो सकता है?