
स्पेस वॉक... अंतरिक्ष में फंसीं सुनिता विलियम्स ने ऐसा क्या किया कि बन गया रिकॉर्ड
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भारतीय मूल की नासा अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स पिछले साल से ही अंतरिक्ष में फंसी हुई हैं. इसी बीच उन्होंने अपने सह अंतरिक्ष यात्री के साथ मिलकर स्पेस वॉक कर नया कीर्तिमान रच दिया. इसी के साथ विलियम्स सबसे ज्यादा स्पेस वॉक करने वाले अंतरिक्ष यात्रियों में शामिल हो गई हैं.
अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने कहा कि अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से 5.5 घंटे का स्पेसवॉक कर नया कीर्तिमान स्थापित किया. यह सुनीता विलियम्स की नौवीं और विल्मोर की पांचवीं स्पेस वॉक थी. इस स्पेस वॉक के साथ ही भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स के नाम अब 62 घंटे, 6 मिनट के कुल स्पेस वॉक का रिकॉर्ड दर्ज हो गया. सबसे ज्यादा स्पेस वॉक करने वालों की नासा की लिस्ट में विलियम्स चौथे स्थान पर आ गई है.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि विलियम्स और विल्मोर ने स्पेस वॉक के साथ अपने उद्देश्य पूरे कर लिए हैं, जिसमें स्टेशन के ट्रस से रेडियो फ्रीक्वेंसी ग्रुप एंटीना असेंबली को हटाना, डेस्टिनी लैब और क्वेस्ट एयरलॉक की सतह से विश्लेषण के लिए सैंपल लाना शामिल था.
8 दिन के लिए अंतरिक्ष स्टेशन गई, लेकिन अब तक फंसे
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर जून 2024 में बोइंग के स्टारलाइनर पर सवार होकर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचे थे. अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन एक विशाल एयरक्राफ्ट है जो पृथ्वी का चक्कर लगाता है. यह स्टेशन अंतरिक्ष में जाने वाले यात्रियों के लिए घर और प्रयोगशाला की तरह काम करता है. यह 27,600 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पृथ्वी का चक्कर लगा रहा है और लगभग 93 मिनट में पृथ्वी की एक परिक्रमा पूरी कर लेता है.
सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को अंतरिक्ष स्टेशन के परिक्रमा प्रयोगशाला में केवल आठ दिन बिताने थे, लेकिन उनके अंतरिक्ष यान पर तकनीकी समस्याओं के कारण नासा को अपनी योजना बदलनी पड़ी. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने अगस्त में घोषणा की थी कि बोइंग की प्रतिद्वंद्वी स्पेसएक्स फरवरी में दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को घर लाएगी. लेकिन स्पेसएक्स ने उन्हें वापस लाने की अवधि को बढ़ा दिया और कहा कि वो अभियान के लिए एक नया स्पेसक्राफ्ट बना रहे हैं.
नासा ने बुधवार को कहा कि वह अरबपति एलन मस्क की स्पेसएक्स के साथ मिलकर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए काम कर रहा है. दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को Crew 9 मिशन के जरिए वापस पृथ्वी पर लाया जाएगा और इसी के साथ ही स्पेस में दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के करीब 300 दिन पूरे हो जाएंगे.

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