
सुप्रीम कोर्ट पहुंची पहलवानों और महासंघ अध्यक्ष की 'कुश्ती', याचिका में ब्रजभूषण शरण सिंह पर FIR की मांग
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जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवान अब अपनी बात रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं. पहलवान विनेश फोगाट के साथ 6 अन्य महिला पहलवानों ने याचिका दायर कर ये मांग की है कि कुश्ती महासंघ अघ्यक्ष ब्रजभूशण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज की जाए. पहलवानों ने कहा कि उन्होंने 21 अप्रैल को कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दी थी, लेकिन इसके आधार पर एक्शन नहीं लिया गया.
जंतर-मंतर पर न्याय की मांग के लिए बैठे पहलवानों ने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. शीर्ष अदालत से भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है. इसके लिए पहलवान विनेश फोगाट के साथ ही छह अन्य महिला पहलवानों ने याचिका दाखिल की है और पहले से की जा रही FIR दर्ज करने की मांग दोहराई है. पहलवानों ने रविवार देर रात सुप्रीम कोर्ट में ये याचिका दाखिल की है. इस मामले में याचिकाकर्ताओं के वकील नरेंद्र हुडा हैं जो मंगलवार को उनकी तरफ से सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के सामने याचिका पर जल्द सुनवाई किए जाने की मांग करेंगे.
21 अप्रैल को दी थी कनॉट प्लेस थाने में शिकायत पहलवानों के मुताबिक, उन्होंने 21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत दी थी. शिकायत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने उनकी प्रार्थना पर FIR दर्ज नहीं की है. पहलवान बीते तीन महीने से कुश्ती महासंघ अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे हैं. 21 अप्रैल की शिकायत पर भी एक्शन न लेने पर पहलवान रविवार को एक बार फिर जंतर-मंतर पर जुटे और प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपने आरोपों को दोहराया था. इसके पहले भी जनवरी 2023 में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक के साथ कई पहलवान जंतर-मंतर पर जुटे थे और अपनी बात रखी थी.
महिला पहलवानों से यौन शोषण का आरोप पहलवानों का आरोप है कि महिला पहलवानों के साथ यौन शोषण होता है. इसके साथ ही महासंघ के अध्यक्ष पर तानाशाही और मनमानी करने का भी आरोप लगाया है. जंतर-मंतर पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में विनेश फोगाट का कहना था कि उनके समेत कई पहलवान मेंटल टॉर्चर से जूझ रहे हैं. हम नहीं सुरक्षित हैं तो फिर कौन सुरक्षित है.
पहलवान मानसिक प्रताड़ना के शिकार उन्होंने रविवार को रोते हुए बताया था कि मंत्रालय और कमेटी से तीन महीने से जवाब मांगने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन न वक्त मिल रहा है और न ही जवाब. अध्यक्ष ब्रजभूषण के लिए कहा कि नहीं पता उनको बचाने के लिए कौन लोग उनका साथ दे रहे हैं. बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और मौजूद सभी पहलवानों ने कहा कि, कमेटी की रिपोर्ट सबमिट हो गई, लेकिन रिपोर्ट में क्या है कमेटी को बताना चाहिए. कमेटी क्या कर रही है, क्या नहीं हमें नहीं पता. जब उनसे पूछा गया कि पीड़ित इस बारे में क्या कहते हैंतो विनेश ने कहा, हैरेसमेंट वाला क्या बोलता है, वो खुद को दोषी मान रहे हैं.

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