
सुप्रीम कोर्ट को 2 नए जज मिले, कॉलेजियम की सिफारिश को केंद्र की मंजूरी
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कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्विटर पर न्यायाधीश उज्ज्वल भुइयां और एस वेंकटनारायण भट्टी की नियुक्ति की घोषणा की. 5 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस भुइयां और केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भट्टी के नामों की सिफारिश की गई थी.
सुप्रीम कोर्ट को 2 नए जज मिल गए हैं. केंद्र सरकार ने जस्टिस उज्ज्वल भुइयां और जस्टिस एसवी भट्टी को सुप्रीम कोर्ट में जज नियुक्त करने के लिए कॉलेजियम की सिफारिश पर मुहर लगा दी है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इनकी नियुक्ति की अधिसूचना पर दस्तखत किए. चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस संजय किशन कौल, जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस सूर्यकांत के कॉलेजियम ने सुप्रीम कोर्ट में इन 2 जजों की नियुक्ति की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी. उनकी नियुक्ति के बाद भी सुप्रीम कोर्ट में जजों की कुल क्षमता 34 के मुकाबले 32 पद भर जाएंगे. इस नियुक्ति के बावजूद दो पद रिक्त रहेंगे.
वहीं, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने ट्विटर पर न्यायाधीश उज्ज्वल भुइयां और एस वेंकटनारायण भट्टी की नियुक्ति की घोषणा की. 5 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के कॉलेजियम ने तेलंगाना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस भुइयां और केरल हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भट्टी के नामों की सिफारिश की गई थी.
कॉलेजियम ने उनके नाम की सिफारिश करते हुए कहा था कि उनके फैसले कानून और न्याय से संबंधित व्यापक मुद्दों को कवर करते हैं. जस्टिस उज्ज्वल भुइयां ईमानदार और अच्छी प्रतिष्ठा वाले न्यायाधीश हैं. वहीं, न्यायमूर्ति भट्टी को मार्च 2019 में केरल उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया था और 1 जून से वह वहां मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यरत हैं.
उधर, एक अलग घटनाक्रम में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 3 हाईकोर्ट के न्यायाधीशों के अनुरोध को स्वीकार करने से इनकार कर दिया. जो ट्रांसफर की मांग को लेकर की गई थी. पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति मनोज बजाज को इलाहाबाद उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया जाएगा, उन्होंने वर्तमान उच्च न्यायालय में बने रहने का अनुरोध किया था.
वहीं, इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति दिनेश कुमार सिंह को केरल उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया जाएगा. उन्होंने उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान के करीबी राज्यों में स्थानांतरण की मांग की थी.
दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश गौरांग कंठ को कलकत्ता उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया जाएगा. उन्होंने मध्य प्रदेश या राजस्थान उच्च न्यायालय में स्थानांतरण की मांग की थी.

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