'सुना है इंदौर और सूरत वाले चुनाव के पहले ही छोड़कर चले गए', AAP विधायकों की मीटिंग में बोले केजरीवाल
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मीटिंग में केजरीवाल ने कहा कि 21 दिन के लिए मैं बाहर आया हूं और 2 जून को मुझे वापस जाना है. उसके बाद आप लोगों को पार्टी संभाल कर रखनी है. इस देश को भविष्य सिर्फ आम आदमी पार्टी दे सकती है. बाकी सारी पार्टियों को देश के लोगों ने आजमा कर देख लिया है.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने आज पार्टी के विधायकों के साथ मीटिंग की. इस दौरान केजरीवाल ने विधायकों से कहा कि मुझे पता चला है कि आप में से कई लोगों को इन्होंने टच करने की कोशिश की है. लालच देकर, धमकी देकर तोड़ने की कोशिश की, लेकिन आप सब लोग मजबूत रहे और कोई नहीं टूटा. केजरीवाल ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि इनका कोई नहीं टूट रहा है. सुना है कि इंदौर और सूरत वाले चुनाव के पहले ही छोड़कर चले गए.
मीटिंग में केजरीवाल ने कहा कि 21 दिन के लिए मैं बाहर आया हूं और 2 जून को मुझे वापस जाना है. उसके बाद आप लोगों को पार्टी संभाल कर रखनी है. इस देश को भविष्य सिर्फ आम आदमी पार्टी दे सकती है. बाकी सारी पार्टियों को देश के लोगों ने आजमा कर देख लिया है. आज देश का ये हाल है कि आने वाले समय में आम आदमी पार्टी को ही देश की कमान संभालना है. आम आदमी पार्टी ही देश को भविष्य देगी, इसलिए यह आम आदमी पार्टी से इतने डरे हुए हैं.
'गिरफ्तारी के बाद पार्टी और ज्यादा एकजुट हो गई'
पार्टी के विधायकों के साथ बैठक के बाद CM केजरीवाल ने कहा कि गिरफ्तारी के पहले जब बीजेपी के लोग मिलते थे तो यही कहते थे कि ये लोग आपको गिरफ्तार करेंगे, फिर आपकी पार्टी तोड़ देंगे और सरकार गिरा देंगे. उधर पंजाब में भगवंत मान को अपने साथ कर लेंगे. केजरीवाल ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद हमारी पार्टी और ज्यादा एकजुट हो गई. न ये हमारी सरकार गिरा पाए न एमएलए तोड़ पाए. न पंजाब सरकार पर कोई डेंट लगा पाए. केजरीवाल ने कहा कि इनका पूरा प्लान फेल हो गया. पूरे देश में पॉलिटिकल नैरेटिव इनके खिलाफ चला गया. इसके लिए सबसे ज्यादा बधाई के पात्र पार्टी के विधायक हैं. उन्होंने कहा कि चारों तरफ हमारे काम की ही चर्चा है. इतनी तेजी से आगे बढ़ोगे तो छोड़ी तो तकलीफ उठानी पड़ेगी.
'भगवान हमसे कुछ करवाना चाह रहा'
सीएम ने कहा कि परसों जो सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया, मैं समझता हूं कि ये किसी चमत्कार से कम नहीं है. जो पिछले डेढ़ महीने में घटनाक्रम हुआ है, उससे मुझे यही लग रहा है कि भगवान हमसे कुछ करवाना चाह रहा है, हम तो निमित्त मात्र हैं.
राहुल गांधी लगातार जिस तरह कांग्रेस पार्टी और अपने पूर्वजों को घेर रहे हैं उससे क्या कांग्रेस का नुकसान नहीं हो रहा है? पर इसे इतने साधारण रूप में भी नहीं लिया जा सकता है. हो सकता है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जितना बेहतर कम्युनिकेटर न हों, बेहतर संगठनकर्ता न हों पर ऐसा भी नहीं हैं कि उन्हें रणनीतिकार के तौर पर भी खारिज कर दिया जाए.