सावधान! जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में बर्बाद हुआ शरीर, आप ना करें ये एक गलती
AajTak
जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में अक्सर लोग शॉर्टकट तरीका अपना लेते हैं जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है. कुछ लोग मसल्स गेन के लिए स्टेरॉयड (Steroid) का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं, जिसे लेने की सलाह कोई भी सर्टिफाइड ट्रेनर और डॉक्टर नहीं देता.
युवाओं में आजकल टाइगर श्रॉफ और विद्युत जामवाल जैसे बाइसेप्स और सिक्स पैक एब्स बनाने का काफी चलन है. नेचुरल डाइट और एक्सरसाइज के साथ भी ऐसी बॉडी बनाई जा सकती है लेकिन जल्दी बॉडी बनाने के लिए शॉर्टकट अपना लेते हैं जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं. कई लोग मसल्स गेन करने के चक्कर में स्टेरॉयड का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं, जिसे लेने की सलाह कोई भी सर्टिफाइड ट्रेनर और डॉक्टर नहीं देता है. हालही में ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसमें एक लड़के ने जल्दी बॉडी बनाने के लिए शॉर्टकट अपनाया और आज के समय में उसका शरीर बर्बाद हो गया है.
बॉडी बनाने के लिए अपनाया था ये शॉर्टकट दिल्ली के रहने वाले पवन (24) ने कुछ समय पहले जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में स्टेरॉयड लेना शुरू किया था. लेकिन उसे जरा भी अंदाजा नहीं था कि स्टेरॉयड के भयानक साइड इफेक्ट्स उसके शरीर का ये हाल कर देंगे. पवन ने बताया, स्टेरॉयड लेने के बाद मेरी तबियत अचानक खराब रहने लगी. मेरा वजन एकदम से गिर गया. महीनों तक जिम में पसीना बहाने के बाद मैंने जो मसल्स बनाए थे, वो पूरी तरह खत्म हो गए थे.
बुरी तरह डैमेज हो गए मसल्स
पवन ने बताया, स्टेरॉयड लेने से पहले मेरा वजन लगभग 65 किलो था लेकिन स्टेरॉयड के साइड इफेक्ट्स के बाद महज एक महीने में मेरा वजन घटकर सिर्फ 49 किलो रह गया. स्टेरॉयड लेने के बाद से मैं ना तो रूटीन में वर्कआउट कर पा रहा था और ना ही डाइट को अच्छे से फॉलो कर पाया. जिम में एक्सरसाइज के बाद शरीर के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी होता है. लेकिन स्टेरॉयड लेने के बाद मेरा शरीर प्रोटीन को डाइजेस्ट ही नहीं कर पा रहा था और उस कारण भी मुझे काफी समस्या हुई.क्या होता है डायनाबोल? पवन ने बताया, मैंने मसल्स बनाने के लिए डायनाबोल या डी-बोल स्टेरॉयड लिया था. यह शरीर में पॉजिटिव नाइट्रोजन बैलेंस बनाता है, जिससे तेजी से प्रोटीन का निर्माण होता है और मसल्स गेन होते हैं. इससे साइज बढ़ता है और ताकत भी आती है. हालांकि सर्टिफाइड फिटनेस ट्रेनर और डॉक्टर इस स्टेरॉयड को बॉडी बनाने के उद्देश्य से लेने की सिफारिश बिल्कुल नहीं करते.
स्टेरॉयड के होते हैं साइड इफेक्ट्स मसल्स बिल्डिंग के लिए डायनाबोल का इस्तेमाल बेहद खतरनाक हो सकता है. हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डायनाबोल के सेवन से बाल और स्पर्म प्रोडक्शन पर बुरा असर पड़ सकता है. साथ ही मुंहासे, हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल, मेटाबॉलिज्म वीक होना, खराब डाइजेशन, लिवर डैमेज होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए आप भूलकर भी ये गलती ना करें. हमेशा नेचुरल तरीके से ही मसल्स गेन करें.
Apple WWDC 2024 इवेंट की शुरुआत आज से होने जा रही है, जो 14 जून तक चलेगा. इस इवेंट के तहत कई बड़े ऐलान हो सकते हैं, जिसमें AI, iOS 18, Siri, MacOS तक का नाम का शामिल है. इस इवेंट में नए ऑपरेटिंग सिस्टम और उनके नए फीचर्स का ऐलान होगा. साथ ही कंपनी बता सकती है कि उन्होंने अपने कोर Apps में AI को इंटीग्रेट किया है और वह कैसे लोगों का काम बेहतर बनाने में मदद करेंगे. आइए इसके बारे में डिटेल्स में जानते हैं.
ज्वॉइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (JOSAA) ने आज (10 जून) से काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं. जिन कैंडिडेट्स ने जेईई मेन्स और एडवांस्ड की परीक्षा पास की है, वे कॉलेज में दाखिले के लिए पहले राउंड का रजिस्ट्रेशन करवा लें. आइए जानते हैं च्वॉइस फिलिंग से लेकर, सीट एलोकेशन तक की जरूरी तारीखें क्या हैं.
NEET UG Result 2024 Controversy: याचिका में स्टूडेंट्स ने कई सवाल उठाए हैं जैसे- पहली रैंक पर इतनी बड़ी संख्या (67) में स्टूडेंट्स कैसे आ गए? स्टूडेंटस को 720 में से 718, 719 नंबर कैसे दिए? क्योंकि स्टूडेंट्स सारे सवाल सही करता तो 720 नंबर मिलते और एक भी गलत होता तो माइनस मार्किंग की वजह से अधिकतम 715 नंबर मिलते और एक सवाल छोड़ देता तो 716 अंक.
NEET Result Controversy 2024: एनटीए महानिदेशक का कहना है कि हमने सभी चीजों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण किया है और परिणाम जारी किए हैं. 4750 केंद्रों में से यह समस्या 6 केंद्रों तक सीमित है और 24 लाख छात्रों में से केवल 1563 छात्रों को इस समस्या का सामना करना पड़ा है. पूरे देश में इस परीक्षा की अखंडता से समझौता नहीं किया गया. कोई पेपर लीक नहीं हुआ. पूरी परीक्षा प्रक्रिया बहुत पारदर्शी रही है.