सफलता की कुंजी: धन के व्यय में जो नहीं बरतते हैं सावधानी, उन्हें उठानी पड़ती है परेशानी
ABP News
सफलता की कुंजी (Safalta ki kunji) कहती है कि धन के मामले में व्यक्ति को गंभीर रहना चाहिए.चाणक्य (Chanakya) ने संकट के समय धन को सच्चा मित्र बताया गया है.आय (Income) से अधिक धन का व्यय कष्ट प्रदान करता है.
Safalta Ki Kunji: चाणक्य की चाणक्य नीति कहती है कि जो लोग धन का महत्व नहीं समझते हैं वे आगे चलकर कष्ट भोगते हैं. धन का सम्मान करना चाहिए और धन के संचय को लेकर गंभीर रहना चाहिए. लक्ष्मी जी को धन की देवी माना गया है. भौतिग युग में धन के महत्व को सभी लोग जानते हैं. धन एक ऐसा साधन, जिससे व्यक्ति अपने जीवन को बेहतर बनाने के साथ साथ, सरल भी बना सकता है. धन परिश्रम से प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए. जो लोग परिश्रम से धन अर्जित करते हैं, उन्हें लक्ष्मी जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, वहीं जो लोग गलत ढंग से धन को प्राप्त करते हैं, लक्ष्मी जी ऐसे लोगों का साथ बहुत जल्दी ही छोड़ जाती हैं.More Related News