सत्येंद्र जैन को मंत्री पद से सस्पेंड करने की उठी मांग, HC ने खारिज की याचिका
AajTak
सत्येंद्र जैन को दिल्ली के कैबिनेट मंत्री पद से सस्पेंड करने की मांग उठी. इसे दिल्ली हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया है. सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं, इसमें उनको गिरफ्तार किया गया था.
दिल्ली हाईकोर्ट ने सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) के खिलाफ दायर एक याचिका को खारिज कर दिया है. इस याचिका में सत्येंद्र जैन को कैबिनेट मंत्री के पद से सस्पेंड करने की मांग उठाई गई थी. इस याचिका को नंद किशोर गर्ग ने दायर किया था. इसे जस्टिस सतीश चंद्र शर्मा और सुब्रमण्यम प्रसाद ने खारिज कर दिया. दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में जेल में हैं.
याचिका में दावा किया गया था कि सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के गंभीर आरोप लगे हैं, बावजूद इसके वह कैबिनेट मंत्री को मिलने वाली सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं. लेकिन फिलहाल दिल्ली हाईकोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया है.
सत्येंद्र जैन को मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल वह ईडी की ही हिरासत में हैं. सत्येंद्र जैन ने जमानत की अर्जी भी लगाई थी, लेकिन वह खारिज हो गई थी. कोर्ट ने कहा था कि जमानत मिलने पर सबूतों से छेड़छाड़ की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.
सत्येंद्र जैन के घर पर ईडी ने कई छापे मारे थे. इसमें करीबी के घर से 2.83 करोड़ कैश और 133 सोने के सिक्के मिले थे. आम आदमी पार्टी की तरफ से लगातार मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को झूठा बताया जा रहा है.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.