
संगीतकार श्रवण से उदित नारायण की आखिरी बात, बोले- कुंभ जाने को मना किया था
AajTak
उदित नारायण ने इस बात का खुलासा किया है कि श्रवण ने उन्हें कुंभ से कॉल भी किया था. उस दौरान उदित के मन में भी ये सवाल उठा था कि वे इस पैनडेमिक के दौरान कुंभ में क्यों गए जबकी पहले से ही उन्हें हेल्थ रिलेटेड इश्यूज थे.
90 के दशक की मशहूर म्यूजिक कंपोजर जोड़ी नदीम-श्रवण के श्रवण अब इस दुनिया में नहीं रहे. श्रवण कुमार राठौड़ का 22 अप्रैल को कोरोना वायरस के चलते निधन हो गया. इस बात से फिल्म और म्यूजिक इंडस्ट्री में शोक की लहर है. सिंगर के निधन के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि श्रवण कुछ दिन पहले ही कुंभ मेले में गए थे और वहां से आने के बाद उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. एक्टर के निधन से उनके करीबी उदित नारायण भी बहुत दुखी हैं. उन्होंने इस बात का खुलासा किया है कि श्रवण ने उन्हें कुंभ से कॉल भी किया था. उस दौरान उदित के मन में भी ये सवाल उठा था कि वे इस पैनडेमिक के दौरान कुंभ में क्यों गए जबकी पहले से ही उन्हें हेल्थ रिलेटेड इश्यूज थे. टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए इंटरव्यू में उदित नारायण ने कहा कि- श्रवण भाई हाल ही में कुंभ मेला गए थे और वहां से उन्होंने कॉल कर के मुझे बताया था कि वे कुंभ मेले में स्नान करने के लिए आए हैं. पहले तो मैंने भी उनसे कहा कि आप को मुझे भी बताना चाहिए था, मैं भी साथ में चलता. मगर जैसे ही श्रवण भाई ने फोन रखा तो मेरे दिमाग में यही खयाल आया कि इस महामारी में वे वहां क्यों गए हैं? पहले से ही उन्हें स्वास्थ संबंधी समस्याएं थीं. उन्होंने मना करने के बाद भी किसी की नहीं सुनी और वे कुंभ में स्नान करने पहुंच गए. और अब वे हमारे बीच नहीं रहे. भगवान उनकी आत्मा को शांति दे.
रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.

सेलेब्रिटी कॉस्ट्यूम डिजाइनर एश्ले रेबेलो ने ऐश्वर्या राय बच्चन और सलमान खान पर होने वाली ट्रोलिंग को गलत बताया. उन्होंने कहा कि ऐश्वर्या एक ग्लोबल स्टार हैं और उन्हें अच्छे से पता है कि उन्हें क्या पहनना है. वहीं सलमान के बारे में उन्होंने कहा कि एक्टर सिर्फ अपनी सहूलियत पसंद करते हैं और बेहद अच्छे इंसान हैं.









