
शेख हसीना की बेटी ने जीता WHO का चुनाव, क्या भारत ने निभाया अहम रोल?
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बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नवनियुक्त क्षेत्रीय निदेशक 1 फरवरी 2024 को पदभार ग्रहण करेंगी. साइमा वाजेद 2024-2028 तक इस पद पर रहेंगी. मंत्रालय ने कहा कि वाज़ेद को भारत सहित WHO क्षेत्रीय देशों के 10 सदस्य देशों की भागीदारी के साथ एक वोटिंग में चुना गया है.
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी साइमा वाजेद को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र को लीड करने के लिए नॉमिनेट किया गया है. WHO दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र ऑफिस के अनुसार साइमा वाज़ेद को अगले साल में शुरू होने वाले 4 साल के कार्यकाल के लिए क्षेत्रीय निदेशक के रूप में 8 वोट मिले हैं. जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी को महज 2 वोट मिले.
डब्ल्यूएचओ के बयान में कहा कि सदस्य राज्यों ने डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय समिति के 76वें सेशन में एक बंद कमरे में हुई बैठक के दौरान साइमा वाजेद को नॉमिनेट करने के लिए मतदान किया.
बांग्लादेश ने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के लिए WHO के नए क्षेत्रीय निदेशक के रूप में साइमा वाजेद का चुनाव सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति उनके जुनून की मान्यता को दर्शाता है और उनके नेतृत्व कौशल में विश्वास और भरोसे को दर्शाता है.
50 वर्षीय साइमा वाजेद ने नेपाल के एकमात्र उम्मीदवार डॉ. शंभू प्रसाद आचार्य को शिकस्त दी. वाज़ेद को ऑटिज़्म की स्पेशिएलिटी के साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए अपने वैश्विक अभियान के लिए जाना जाता है. वोटिंग के बाद साइमा ने एक्स (पहले ट्विटर) पर कहा कि मुझे अपने अगले क्षेत्रीय निदेशक के रूप में चुनने के लिए WHOSEARO सदस्य राज्यों को धन्यवाद .
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि नवनियुक्त क्षेत्रीय निदेशक 1 फरवरी 2024 को पदभार ग्रहण करेंगी. साइमा वाजेद 2024-2028 तक इस पद पर रहेंगी. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के साथ समन्वय में चुनाव प्रक्रिया की शुरुआत से ही बांग्लादेश की उम्मीदवारी के पक्ष में एक प्रभावी अभियान चलाया था.
मंत्रालय ने कहा कि वाज़ेद को भारत सहित WHO क्षेत्रीय देशों के 10 सदस्य देशों की भागीदारी के साथ एक वोटिंग में चुना गया है, उन्हें 8 वोट मिले और उनके प्रतिद्वंद्वी नेपाल के डॉ. आचार्य को 2 वोट मिले.

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