
लाउडस्पीकर की चेकिंग करने पहुंचे थे SHO, मंदिर में बिना मां-बाप की बेटी की शादी देख किया ये काम, हो रही तारीफ
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देवरिया में एसएचओ आशुतोष ने लाहिलपार मंदिर में हो रही बिना मां-बाप की बेटी की शादी में उपहार और आशीर्वाद देकर एक मिसाल पेश की. साथ ही एसएचओ ने मंदिर के पुजारी से शादी में हो रहे सामान्य खर्चे को माफ करने के लिए भी आग्रह किया जिसको पुजारी ने खुशी से स्वीकार कर लिया.
उत्तर प्रदेश के चंदौली के बाद अब देवरिया में पुलिस ने कुछ ऐसा कर दिखाया है जिसकी हर कोई तारीफ करता नहीं थक रहा. दरअसल, देवरिया पुलिस के एक थानेदार ने मंदिर में हो रही बिना मां-बाप की बेटी की शादी में उपहार और आशीर्वाद देकर एक मिसाल पेश की है. एसएचओ आशुतोष द्वारा किए गए इस काम की चारों तरफ सराहना हो रही है.
बता दें, कुछ दिन पहले चंदौली में डीएसपी अनिरुद्ध सिंह ने एक गरीब लड़की की शादी का पूरा खर्च का जिम्मा उठाया था. अब ऐसी ही मिसाल देवरिया में एसएचओ आशुतोष ने पेश की है. दरअसल, थाना बरियारपुर के एसएचओ आशुतोष लाउडस्पीकर की चेंकिंग के लिए क्षेत्र का दौरा कर रहे थे. इस दौरान वह टीम के साथ लाहिलपार मन्दिर पहुंच गए जहां एक शादी हो रही थी.
उन्हें जब पता चला कि लड़की के माता-पिता नहीं हैं. उसके मामा-मामी लड़की की शादी करवा रहे हैं जो कि खुद काफी गरीब हैं. तो एसएचओ ने उनकी मदद करने की सोची. उन्होंने तुरंत बाजार से फ्रिज, पंखा और मिक्सर मंगवाया. फिर दूल्हा-दुल्हन को भेंट करके उन्हें आशीर्वाद दिया. साथ ही एसएचओ ने मंदिर के पुजारी से शादी में हो रहे सामान्य खर्चे को माफ करने के लिए भी आग्रह किया जिसको पुजारी ने खुशी से स्वीकार कर लिया.
एसएचओ आशुतोष ने बताया कि ज्योति मद्देशिया जब बहुत छोटी थी, उसके मां-बाप चल बसे. जिसके बाद उसके मामा-मामी ने उसका पालन पोषण किया. देवरिया के रहने वाले अंकित मद्देशिया से शादी तय की और शुक्रवार को लाहिलपार मन्दिर में शादी हो रही थी. उन्होंने बताया कि जब वे लाउडस्पीकर की चेकिंग के लिए क्षेत्र का दौरा कर रहे थे. तब वे लाहिलपार मन्दिर भी गए. वहां लड़की की इस कहानी से उनका दिल पसीज गया और उन्होंने दूल्हा दुल्हन को उपहार देककर आशीर्वाद दिया.

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