
रूस-यूक्रेन जंग के तीन महीने पूरे, मारियुपोल छोड़कर रूस का किसी बड़े शहर पर कब्जा नहीं, जानिए कितना उठाना पड़ा नुकसान
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Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन की जंग को तीन महीने पूरे हो चुके हैं. 24 फरवरी को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था. यूक्रेन का दावा है कि इस जंग में रूस के 29 हजार से ज्यादा सैनिक मारे जा चुके हैं.
Russia-Ukraine War: चारों ओर जले हुई गाड़ियां... सड़कों पर पूरी तरह जल चुके टैंक... मलबे में तब्दील इमारतें... टूटी-फूटी सड़कें... डरे-सहमे लोग... कभी मिसाइल तो कभी गोलियां की गड़गड़ाहट... ये मंजर है यूक्रेन का. पूर्वी यूरोप का 4.5 करोड़ आबादी वाला यूक्रेन पूरी तरह तबाह हो चुका है. तीन महीने पहले तक जो यूक्रेन कभी हरा-भरा नजर आता था, अब वो किसी पुरानी फिल्म की तरह ब्लैक एंड व्हाइट हो चुका है.
राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने इसी महीने एक इंटरव्यू में दावा किया था कि यूक्रेन को फिर से पहले जैसा बनाने के लिए 600 अरब डॉलर यानी 46 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का खर्च आएगा.
आज रूस और यूक्रेन की जंग को शुरू हुए तीन महीने पूरे हो चुके हैं. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था. जंग को शुरू हुए तीन महीने हो चुके हैं, चारों ओर तबाही मच चुकी है, फिर भी ये जंग अब तक किसी अंजाम तक नहीं पहुंची है. जंग कब खत्म होगी? इस बारे में भी कुछ कहा नहीं जा सकता.
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तीन महीने में क्या-क्या हुआ?
- 24 फरवरीः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया. पुतिन ने कहा कि वो ये यूक्रेन से डिमिलिटराइज करने के लिए कर रहे हैं. पुतिन ने यूक्रेनी सैनिकों को घुटने टेककर लौट जाने की बात कही.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







