
राहुल गांधी बनाम 7 मंत्री... LoP के आरोपों का PM मोदी, अमित शाह समेत मंत्रियों ने ऐसे दिया जवाब
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लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को लोकसभा में केंद्र पर कई बड़े गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी टिप्पणी की. उन्होंने अग्निवीर से लेकर NEET और किसानों के मुद्दे पर भी सदन में अपनी बात रखी. उनके बयानों का सरकार की तरफ से मंत्रियों ने जवाब भी दिया और उनके बयानों का खंडन भी किया.
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपनी बात रखी. उन्होंने सदन में बीजेपी पर नफरत, हिंसा और झूठ फैलाने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने न सिर्फ मणिपुर का मुद्दा उठाया, बल्कि अग्निवीर, किसानों को मिलने वाले एमएसपी और NEET के मुद्दे पर भी अपनी बात रखी. LoP राहुल गांधी के आरोपों और दावों का सरकार की तरफ से मंत्रियों ने जवाब भी दिया.
विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई समेत अन्य धर्मों में अभय मुद्रा का जिक्र किया और कहा कि कोई भी धर्म हिंसा करना नहीं सिखाता. उन्होंने कहा कि शिव जी भी कहते हैं कि डरो मत, डराओ मत लेकिन जो लोग अपने आपको हिंदू कहते हैं वो 24 घंटा हिंसा-हिंसा-हिंसा, नफरत-नफरत-नफरत, असत्य-असत्य-असत्य करते हैं.
राहुल के बयान पर मोदी-शाह ने जताई आपत्ति
राहुल गांधी की टिप्पणी के बाद सत्ता पक्ष के कई सांसद खड़े हो गए और राहुल के बयान की आलोचना की. उनसे माफी मांगने की अपील करने लगे. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी खड़े हो गए. उन्होंने कहा, "विषय बहुत गंभीर है. पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना, ये गंभीर विषय है." राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री की टिप्पणी का पुर्जोर विरोध किया और अपने बयान के बचाव में कहा, "नरेंद्र मोदी पूरा हिंदू समाज नहीं है, बीजेपी-आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है."
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केंद्रीय मंत्री अमित शाह भी खड़े हो गए और राहुल गांधी के बयान का विरोध किया. उन्होंने विपक्ष के नेता से माफी मांगने की अपील की. अमित शाह ने कहा, "इस्लाम में अभय मुद्रा पर इस्लाम के विद्वानों का मत एक बार वो ले लें. गुरु नानक साहब के अभय मुद्रा पर सिख संगठन का मत एक बार वो ले लें."

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