रवि शास्त्री बोले- धोनी का अचानक संन्यास लेने का फैसला साहसी और निस्वार्थ था
ABP News
रवि शास्त्री ने कहा कि धोनी 2014 में 90 टेस्ट खेल चुके थे, लेकिन उन्होंने 100 टेस्ट खेलने तक का इंतजार नहीं किया. अगर वह चाहते तो 100 टेस्ट खेलने के बाद संन्यास लेते.
Ravi Shastri on MS Dhoni Retirement: भारतीय क्रिकेट टीम के कोच रवि शास्त्री का कहना है कि पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला साहसी और निस्वार्थ कदम था. शास्त्री ने साथ ही कहा कि धोनी 2014 में 90 टेस्ट खेल चुके थे, लेकिन उन्होंने 100 टेस्ट खेलने तक का इंतजार नहीं किया. अगर वह चाहते तो 100 टेस्ट खेलने के बाद संन्यास लेते. शास्त्री ने अपनी किताब स्टारगेजिंग: द प्लेयर्स इन माई लाइफ में लिखा, "धोनी उस वक्त ना सिर्फ भारत के बल्कि दुनिया के सबसे बड़े खिलाड़ी थे, जिनके नाम तीन आईसीसी ट्रॉफी थीं, जिसमें दो विश्व कप शामिल हैं. उनकी फॉर्म अच्छी थी और वह 100 टेस्ट पूरे करने से सिर्फ 10 मैच दूर थे."More Related News