
ये इस्लाम का मजाक उड़ाना है, इस मुस्लिम देश में नमाज के अजीबोगरीब तरीके पर विवाद!
AajTak
मलेशिया में इस्लाम के कथित अपमान का मामला सामने आया है. दरअसल, कुछ लोग, खासकर सिंगल युवा एक फैन के साथ नमाज पढ़ने का अपना वीडियो यूट्यूब पर अपलोड कर रहे हैं. इसे लेकर धार्मिक नेता भड़क गए हैं और ऐसा करने वालों के खिलाफ शरिया अदालत में कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मलेशिया में मुसलमानों के बीच एक अजीब सा ट्रेंड चल पड़ा है जिसमें युवा एक पंखे के साथ नमाज अदा करते दिख रहे हैं. पंखे के साथ नमाज के वीडियो लोगों द्वारा यूट्यूब पर अपलोड भी किए जा रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ लोगों द्वारा ये भ्रांति फैलाई गई है कि लोग, खासकर सिंगल लोग एक टेबल फैन को अपने सपनों का जीवनसाथी मानते हुए उसके साथ नमाज अदा करें. मलेशिया के धार्मिक मामलों में मंत्री दातुक इदरीस अहमद ने इस बढ़ते ट्रेंड को लेकर लोगों से अपील की है कि वो ऐसा करने वाले लोगों के खिलाफ धार्मिक अधिकारियों से शिकायत करें.
जॉर्ज टाउन पेनांग के मुफ्ती ने भी ऐसे लोगों को चेताते हुए कहा है कि वो जानबूझकर इस्लाम का अपमान न करें, उन्हें शरिया के तहत सजा दी जाएगी. द सन डेली की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुफ्ती दातुक सेरी वान सलीम वान मोहम्मद नूरी ने कहा है कि वैसे लोगों की हरकतों से स्पष्ट है कि वे जानबूझकर इस्लाम का उपहास और अपमान कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, 'अधिकारियों को यह जांच करने की जरूरत है कि क्या ये अपराध करने वाला व्यक्ति कोई समझदार इंसान है, मानसिक समस्याओं से पीड़ित है या कोई और बात है. मुझे उम्मीद है कि अधिकारी तुरंत जांच करेंगे और जो भी कुछ पता चलेगा, उसके अनुसार कार्रवाई करेंगे.
उन्होंने एक बयान में कहा, 'अगर अपराधी जानबूझकर धर्म का मजाक उड़ाते हुए पाया जाता है तो उस पर शरिया की अदालत में मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उसी अनुसार उसे सजा दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि किसी पंखे को अपने सपनों का साथी मानकर उसके साथ नमाज अदा करना इस्लाम का अपमान है और इस्लाम का मजाक उड़ाना स्पष्ट रूप से एक बड़ा पाप है. इससे किसी भी मुस्लिम की भावनाएं आहत हो सकती हैं.
मुफ्ती ने अपने बयान में आगे कहा कि अपराधी अगर नमाज का अपमान करता है तो उसे इस्लाम से बाहर माना जाएगा और उसे अपने किए के लिए पश्ताचाप करना चाहिए. इससे पहले धार्मिक मामलों में मंत्री दातुक इदरीस अहमद ने लोगों से अपील की थी कि लोग इस तरह की हरकतें करने वालों के खिलाफ धार्मिक अधिकारियों से शिकायत करें.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







