
यूपीः हार से BSP में हाहाकार, मायावती ने शुरू किया दिग्गजों के लिए 'घर वापसी' अभियान
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार से हताश बसपा प्रमुख मायावती अब दोबारा से पार्टी को खड़ी करने में जुट गई है. ऐसे में मायावती की नजर उन नेताओं पर है, जो पार्टी छोड़कर किसी न किसी कारण से चले गए हैं. ऐसे नेताओं की घर वापसी कराकर दोबारा से यूपी की सियासत में बसपा को लाने की कवायद है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बसपा की हार ने मायावती को झकझोर कर रख दिया है. बसपा ने अपने सियासी इतिहास में सबसे खराब प्रदर्शन किया और यह उसकी पांचवी हार है. ऐसे में बसपा प्रमुख मायावती नए सिरे से संगठन को खड़ा करने की कवायद में है, जिसके लिए उन्होंने पार्टी छोड़कर दूसरे दलों में जा चुके दिग्गज नेताओं की घर वापसी कराने की मुहिम शुरू की है. इसे बसपा की भविष्य की सियासी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.
बसपा ने अपने कॉर्डिनेटर के जरिए उनसे संपर्क साधना और उन्हें लाने की जद्दोजहद शुरू कर दी है, जो एक समय पार्टी के मजबूत चेहरा और जनाधार वाले नेता माने जाते थे. इसी कड़ी में बीएसपी कॉर्डिनेटर कांग्रेस के नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी से मिलने उनके पास पहुंचे थे. बीएसपी कॉर्डिनेटर उन्हें बीएसपी में दोबारा से वापस आने को लेकर बातचीत की, लेकिन वो इस पर तैयार नहीं हुए.
नसीमुद्दीन सिद्दीकी के मुताबिक बसपा के कई कॉर्डिनेटरों ने उनसे मुलाकात की है और उन्हें पार्टी में वापस आने के लिए ऑफर रखा, लेकिन उन्होंने मना कर दिया. नसीमुद्दीन ने कहा, मैं कांग्रेस में रहूंगा और अब मेरे नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी है.
बता दें कि नसीमुद्दीन सिद्दीकी को 2017 के विधानसभा चुनाव के बाद मायावती ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. नसीमुद्दीन ने 2019 में बिजनौर संसदीय से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे, लेकिन जीतना तो दूर जमानत भी नहीं बचा सके थे.
गुड्डू जमाली की बसपा में घर वापसी
बसपा में घर वापसी की शुरुआत पूर्व विधायक शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली से शुरू हो गई. बसपा ने न सिर्फ मुबारकपुर से विधायक रहे गुड्डू जमाली की पार्टी में वापसी कराई है बल्कि उन्हें आजमगढ़ सीट लोकसभा उपचुनाव के लिए प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है. आजमगढ़ संसदीय सीट से अखिलेश यादव ने इस्तीफा दे दिया है, जिसके चलते उपचुनाव होने हैं. ऐसे में बसपा ने गुड्डू जमाली पर दांव खेलकर बड़ा सियासी दांव चल दिया है.

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