
यूक्रेन युद्ध में रूस के लिए लड़ रहे एक और नेपाली नागरिक की मौत, अब तक 11 गंवा चुके हैं जान
AajTak
नेपाल ने रूस से यह भी अनुरोध किया है कि वह नेपाली नागरिकों को अपनी सेना में भर्ती न करे और यदि उसका कोई नागरिक रूसी सेना में शामिल पाया जाता है तो उसे वापस घर भेज दे. विदेश मंत्रालय ने रूस से वर्तमान में उसकी सेना में सेवारत नेपालियों और युद्ध में घायल हुए लोगों की कुल संख्या का खुलासा करने का भी अनुरोध किया है.
यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूसी सेना की ओर से लड़ रहे एक नेपाली सैनिक की मौत हो गई. एक अधिकारी ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी दी. नेपाल की प्यूथन नगर पालिका के उप महापौर देवेन्द्र ब्रह्मा के अनुसार, यहां के निवासी सोनू सुनार दो सप्ताह पहले यूक्रेन युद्ध में लड़ते हुए मारे गए थे. वह रूस की सेना में कार्यरत थे. बुधवार को मृतक सिपाही के परिजनों को सूचना दी गयी.
यह 11वें नेपाली नागरिक की मौत है जो रूसी सेना की ओर से यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में सक्रिय रूप से शामिल थे. नेपाल के विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक, वर्तमान में देश के 200 से ज्यादा युवा रूसी सेना में शामिल हो चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने नेपाली नागरिकों से विदेशी सेना में शामिल नहीं होने का आग्रह किया है.
नेपाल ने रूस से यह भी अनुरोध किया है कि वह नेपाली नागरिकों को अपनी सेना में भर्ती न करे और यदि उसका कोई नागरिक रूसी सेना में शामिल पाया जाता है तो उसे वापस घर भेज दे. विदेश मंत्रालय ने रूस से वर्तमान में उसकी सेना में सेवारत नेपालियों और युद्ध में घायल हुए लोगों की कुल संख्या का खुलासा करने का भी अनुरोध किया है. उसने रूसी सरकार से उनकी स्थितियों की जानकारी भी मांगी है.
रूस-यूक्रेन के बीच 22 महीनों से जारी है युद्ध बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी 2022 से युद्ध चल रहा है. अब तक दोनों देशों के हजारों सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं. युद्ध के कारण यूक्रेन से लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं और पड़ोसी मुल्कों में शरण ली है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने गुरुवार को रूस के साथ युद्धविराम से इनकार कर दिया. जेलेंस्की ने कहा कि क्रेमलिन की सेना कीव के सैनिकों पर काबू पाने के लिए इस युद्धविराम का उपयोग पीछे हटने और फिर से संगठित होने के लिए करेगी.
रूस ने यूक्रेन को दी परमाणु हमले की चेतावनी उधर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी और रूस के पूर्व प्रधानमंत्री दिमित्री मेदवेदेव ने गुरुवार को कहा कि यूक्रेन ने यदि रूस के किसी भी इलाके पर अमेरिका और उसके सहयोगी द्वारा उपलब्ध कराई गई मिसाइलों से हमला किया तो मास्को इसका जवाब परमाणु हमले से देगा. दिमित्री मेदवेदेव वर्तमान में रूसी सुरक्षा परिषद के डिप्टी चेयरमैन हैं. वहीं, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने आरोप लगाए कि खुद रूस को उत्तर कोरिया से तोप के गोले और मिसाइलें, ईरान से ड्रोन मिल रहे हैं.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







