
'मोदी सबसे बड़े US सपोर्टर, बाइडेन सबसे बड़े भारत समर्थक', बोले अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी
AajTak
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में गार्सेटी ने कहा कि पीएम मोदी भारतीय इतिहास में 'सबसे अधिक अमेरिकी समर्थक प्रधानमंत्री' हैं और राष्ट्रपति बाइडेन अमेरिकी इतिहास में 'सबसे अधिक भारत समर्थक राष्ट्रपति' हैं.
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच 'गहरी दोस्ती' और दोनों देशों के बीच तेजी से बढ़ते संबंधों में इस दोस्ती की भूमिका के बारे में बात की.
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए एक इंटरव्यू में गार्सेटी ने कहा कि पीएम मोदी भारतीय इतिहास में 'सबसे अधिक अमेरिकी समर्थक प्रधानमंत्री' हैं और राष्ट्रपति बाइडेन अमेरिकी इतिहास में 'सबसे अधिक भारत समर्थक राष्ट्रपति' हैं.
'सबसे अधिक अमेरिकी समर्थक हैं प्रधानमंत्री पीएम मोदी'
उन्होंने कहा, 'भारतीय इतिहास में सबसे अधिक अमेरिकी समर्थक प्रधानमंत्री पीएम मोदी और अमेरिकी इतिहास में सबसे अधिक भारत समर्थक राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच गहरी दोस्ती है.' गार्सेटी ने कहा कि क्वाड, जो अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया का एक फोरम है, एक विजन सेट करने, सिद्धांतों को साझा करने और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समाधान लाने के लिए एक 'शक्तिशाली जगह' है.
'एक स्वतंत्र और समृद्ध इंडो-पैसिफिक होना चाहिए'
उन्होंने कहा, 'यह उन देशों के विपरीत है जो नियमों से नहीं चलना चाहते, नियमों में विश्वास नहीं करते और कानून के शासन को नहीं मानते लेकिन मुझे लगता है कि हम समाधान खोज सकते हैं.' उन्होंने कहा कि चारों क्वाड देशों का एक कॉमन विजन है कि एक स्वतंत्र और समृद्ध इंडो-पैसिफिक होना चाहिए.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







