
'मैं कभी नहीं करूंगा सरेंडर...' फ्लोरिडा में गोल्फ क्लब के पास हुई गोलीबारी की घटना पर बोले डोनाल्ड ट्रम्प
AajTak
फ्लोरिडा में पाम बीच पर ट्रम्प गोल्फ क्लब के बाहर रविवार को गोलीबारी की जानकारी सामने आई है. सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने बताया कि घटना रात 2 बजे (स्थानीय समय) से कुछ ही पहले हुई. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पूर्व राष्ट्रपति पर कथित गोलीबारी की गई थी या नहीं.
फ्लोरिडा में पाम बीच पर ट्रम्प गोल्फ क्लब के बाहर रविवार को गोलीबारी की जानकारी सामने आई है. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पूरी तरह से सुरक्षित हैं. घटना के बाद से ट्रम्प गोल्फ कोर्स के आस-पास FBI और सीक्रेट सर्विस ब्रीफिंग कर रही है. इस घटना की जांच का जिम्मा संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) को सौंपा गया है. एफबीआई ने कहा कि वह इस घटना की जांच 'हत्या के प्रयास' के रूप में कर रहे हैं.
सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने बताया कि घटना रात 2 बजे (स्थानीय समय) से कुछ ही पहले हुई. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि पूर्व राष्ट्रपति पर कथित गोलीबारी की गई थी या नहीं. सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों की मानें तो ट्रम्प पूरी तरह से सुरक्षित हैं. उन्होंने इस बारे में जांच भी शुरू कर दी है.
ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने स्थानीय लॉ प्रवर्तन का हवाला देते हुए कहा कि झाड़ियों में एक एके-47 राइफल मिली है और एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है.
न्यूयॉर्क पोस्ट ने लॉ प्रवर्तन सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप रविवार को उस घटना के बाद सुरक्षित हैं, जिसमें उनके फ्लोरिडा गोल्फ क्लब के बाहर दो लोगों के बीच गोलीबारी हुई थी.
FBI ने जारी किया बयान
एफबीआई ने एक बयान में कहा कि एजेंसी ने "वेस्ट पाम बीच फ्लोरिडा को जवाब दिया है और बताया कि वह इस घटना की जांच कर रही है. एजेंसी ने कहा कि यह मामला पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प की हत्या करने की कोशिश का प्रतीत होता है."

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






