मेहुल चोकसी को मिलेगी जमानत? डोमिनिका हाईकोर्ट में आज सुनवाई
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डोमिनिका की हाईकोर्ट में आज मेहुल चोकसी की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है. मेहुल चोकसी की ओर से दावा किया गया है कि उसे जबरन एंटीगुआ से डोमिनिका लाया गया था, ऐसे में उसने कोई नियम नहीं तोड़ा है.
पंजाब नेशनल बैंक स्कैम मामले में आरोपी मेहुल चोकसी को लेकर आज बड़ा दिन है. डोमिनिका की हाईकोर्ट में आज मेहुल चोकसी की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी है. मेहुल चोकसी की ओर से दावा किया गया है कि उसे जबरन एंटीगुआ से डोमिनिका लाया गया था, ऐसे में उसने कोई नियम नहीं तोड़ा है. इसलिए उसे जमानत दी जाए, लेकिन अब अदालत इसपर अपना क्या फैसला सुनाती है इसपर हर किसी की नज़र है. पीएनबी स्कैम में आरोपी मेहुल चोकसी को 23 मई को डोमिनिका की पुलिस ने पकड़ लिया था. उसपर अवैध रूप से डोमिनिका में घुसने का आरोप था. हालांकि, मेहुल चोकसी के वकीलों ने आरोप लगाया कि उसे अगवा किया गया है. भारत की ओर से भी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश की गई थी, लेकिन वह अभी तक सफल नहीं हो पाई है. आपको बता दें कि मेहुल चोकसी मामले में अब भारत सरकार को वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे की ओर से मदद मिल रही है. वह इस मामले में भारत सरकार को मदद कर रहे हैं, वहीं अगर ज़रूरत पड़ती है तो डोमिनिका की अदालत में वह भारत का पक्ष भी रख सकते हैं.सुनवाई से पहले मेहुल चोकसी की दलील हाईकोर्ट में सुनवाई से पहले मेहुल चोकसी ने एंटीगुआ की पुलिस को एक चिट्ठी लिखी है. जिसमें दावा किया है कि वह एक एंटीगुआ का नागरिक है, उसे जबरन धोखा देकर डोमिनिका लाया गया है. मेहुल चोकसी के मुताबिक, पड़ोस में रहने वाली बारबरा के साथ वह मौजूद थे, तभी 8-10 लोग आए जिन्होंने खुद को पुलिसवाला बताया. वही, उसे जबरन उठा कर ले आए. गौरतलब है कि मेहुल चोकसी अभी डोमिनिका के अस्पताल में भर्ती है, वह बीते दिनों व्हील चेयर के सहारे ही सुनवाई में पेशी के लिए पहुंचा था. पीएनबी स्कैम में आरोपी मेहुल चोकसी 2018 से ही एंटीगुआ में है और वहां का नागरिक है.भारत 46वें अंटार्कटिक संसद की मेजबानी कर रहा है. 30 मई तक चलने वाली इस बैठक में बर्फीले महाद्वीप से जुड़े कई मुद्दों पर बात होगी. फिलहाल वैज्ञानिक परेशान हैं क्योंकि अंटार्कटिक महासागर के भीतर धाराएं कमजोर पड़ रही हैं. डर जताया जा रहा है कि साल 2050 तक ये बहाव इतना कम हो जाएगा कि सांस लेने के लिए ऑक्सीजन घटने लगेगी.
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