
'मेरा भारत महान...', महाकुंभ पहुंचे रूसी, स्पेनिश और अफ्रीकी श्रद्धालु, दिखाई अद्भुत आस्था
AajTak
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ आज से हो गया. संगम तट पर श्रद्धालुओं, साधु-संतों और संन्यासियों का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा है. पौष पूर्णिमा के अवसर पर महाकुंभ का पहला 'शाही स्नान' किया जा रहा है. इस दुर्लभ खगोलीय संयोग को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है, जो 144 वर्षों में केवल एक बार होता है.
प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ आज से हो गया. संगम तट पर श्रद्धालुओं, साधु-संतों और संन्यासियों का विशाल सैलाब उमड़ पड़ा है. पौष पूर्णिमा के अवसर पर महाकुंभ का पहला 'शाही स्नान' किया जा रहा है. इस दुर्लभ खगोलीय संयोग को लेकर श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है, जो 144 वर्षों में केवल एक बार होता है.
विदेशी श्रद्धालुओं ने जताई खुशी महाकुंभ में शामिल होने के लिए दुनियाभर से लोग पहुंचे हैं. एक रूसी श्रद्धालु ने महाकुंभ की दिव्यता देखकर कहा कि मेरा भारत महान. हम पहली बार कुंभ मेले में आए हैं. यहां हमें असली भारत देखने को मिला है. इस पवित्र स्थान की ऊर्जा से मैं कांप रही हूं. मुझे भारत से प्यार है.
देखें वीडियो
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस महाकुंभ में 15 लाख से अधिक विदेशी पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद है. इन श्रद्धालुओं में भारत की संस्कृति और आस्था के प्रति गहरा सम्मान देखा जा रहा है.
सफाई और व्यवस्थाओं की तारीफ दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से आए एक श्रद्धालु ने कहा कि यहां का माहौल अद्भुत है. सड़कें साफ-सुथरी हैं और लोग बहुत मिलनसार हैं. हम सनातन धर्म का पालन करते हैं, और यहां आकर हमें जो अनुभव मिला, वह अविस्मरणीय है.
महाकुंभ में दक्षिण अफ्रीका के केप टाउन से आईं श्रद्धालु निक्की यहां के अद्भुत माहौल को देखकर अभिभूत हैं. अपनी भावनाएं शेयर करते हुए उन्होंने कहा कि यह अनुभव बेहद शक्तिशाली है. गंगा नदी पर आकर हम स्वयं को बेहद धन्य और खुशकिस्मत महसूस कर रहे हैं.

Aaj 8 December 2025 का पंचांग (Aaj ka Panchang): 8 दिसंबर 2025, दिन-सोमवार, पौष मास, कृष्ण पक्ष, चतुर्थी तिथि शाम 16.03 बजे तक फिर पंचमी तिथि, पुष्य नक्षत्र, चंद्रमा- कर्क में, सूर्य- वृश्चिक राशि में, अभिजित मुहूर्त- सुबह 11.52 बजे से दोपहर 12.34 बजे तक, राहुकाल- सुबह 08.20 बजे से सुबह 09.37 बजे तक, दिशा शूल- पूर्व.

दिल्ली के बेतरतीब और तेज़ रफ्तार ट्रैफिक पर एक जर्मन पर्यटक का वीडियो इन दिनों इंस्टाग्राम पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो के सामने आते ही भारतीय और जर्मन ड्राइविंग संस्कृति के फर्क को लेकर सोशल मीडिया पर नई चर्चा शुरू हो गई है. लोग दोनों देशों की सड़क व्यवस्था, ट्रैफिक नियमों के पालन और ड्राइविंग अनुशासन की तुलना करते नजर आ रहे हैं.











