'मुस्लिमों को शांति और सम्मान से जीने दो', कर्नाटक में बीजेपी के अंदर से ही उठने लगी आवाज
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कर्नाटक से लगातार विवादित घटनाएं सामने आ रही हैं. यहां पहले हिजाब पर विवाद हुआ, तो उसके बाद हलाल मीट का मुद्दा उठ गया. इसके बाद मंदिरों के बाहर मुस्लिम कारोबारियों पर भी अटैक होने लगे. इन्हीं सब घटनाओं पर बीजेपी के अंदर से ही आवाज उठने लगी है और ऐसी घटनाओं की आलोचना की जा रही है. कर्नाटक के धारवाड़ जिले के एक मंदिर में श्री राम सेना के कार्यकर्ताओं ने शनिवार को मुस्लिम फल विक्रेताओं के साथ तोड़फोड़ करने के साथ उनके फल सड़क पर फेंक दिए थे. इसे लेकर कर्नाटक सरकार पर विपक्षी दलों ने हमला बोल रखा है तो बीएस येदियुरप्पा ने भी सवाल खड़े किए हैं. इसके अलावा राज्य के कानूनी मंत्री ने भी कहा है कि संविधान सभी को समान अधिकार देता है.
कर्नाटक में हिजाब, हलाल विवाद के बाद मंदिर के सामने मुस्लिम व्यापारियों की दुकान पर तोड़फोड़ की घटना हुई. धारवाड़ जिले के एक मंदिर में श्रीराम सेना के कार्यकर्ताओं की ओर से मुस्लिम फल विक्रेताओं के साथ तोड़फोड़ करने के साथ उनके फल सड़क पर फेंक दिए गए थे. कर्नाटक में बढ़ती सांप्रदायिक घटनाओं और तनावों को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्षी नेता तो मोर्चा खोले हुए ही हैं और अब बीजेपी के अंदर से भी सवाल उठने लगे हैं. यह सवाल कोई और नहीं बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने उठाया है. इसके अलावा बीजेपी के दो विधायक और भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं. कर्नाटक में हिंदू संगठनों की तरफ से मुसलमानों और उनके व्यवसायों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों से सरकार को विपक्षी दलों की अलोचनाओं का सामना करना पड़ा रहा है. धारवाड़ में मंदिर के सामने मुस्लिमों के फलों के ठेले तोड़ने के आरोप में श्रीराम सेना से जुड़े सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी के दिग्गज नेता व पूर्व सीएम बीस येदियुरप्पा ने हिंदू संगठनों से आग्रह किया है कि वो ऐसी हरकतें न करें. मुसलमानों को शांति और सम्मान के साथ जीने दीजिए. उन्होंने यह जवाब एक पत्रकार के सवाल पर दिया है.
एक मां के बच्चे की तरह रहें
येदियुरप्पा ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मेरी इच्छा है कि हिंदू और मुसलमान ऐसे रहें जैसे एक मां के बच्चे साथ रहते हैं. ऐसे में अगर कुछ शरारती तत्व उसमें बाधा डाल रहे हैं तो मुख्यमंत्री ने पहले ही आश्वासन दे दिया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
येदियुरप्पा पहले बड़े बीजेपी नेता हैं जिन्होंने हिजाब विवाद के बाद हिंदुत्व संगठनों की अगुवाई में चलाए जा रहे अभियानों की सार्वजनिक रूप से आलोचना की है.
हालांकि, येदियुरप्पा से पहले राज्य सरकार में दो मंत्री और दो बीजेपी विधायक भी कर्नाटक में मुसलमानों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को बंद करने के लिए आवाज उठा चुके हैं. इसके बावजूद हिंदू संगठनों ने मंदिरों के पास मुसलमानों की दुकानों पर पाबंदी, हलाल मीट का बहिष्कार और फलों के कारोबार में 'मुस्लिम एकाधिकार' को पूरी तरह से खत्म करने का अभियान छेड़ रखा है.
सदन में मंत्री ने कही थी बहिष्कार की बात
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