महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वैरिएंट से पांच की मौत, स्वास्थ्य मंत्री बोले- डरने की जरूरत नहीं
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महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वेरिएंट के अब तक 60 से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं. वहीं, मुंबई में अब तक 10 से ज्यादा केस मिले हैं. डेल्टा प्लस वेरिएंट को भारत सरकार पहले ही वेरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित कर चुकी है.
महाराष्ट्र में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट का कहर रफ्तार पकड़ रहा है. राज्य में वायरस के इस म्यूटेट रूप से अब तक पांच लोगों के मरने की भी पुष्टि हो चुकी है. राज्य में डेल्टा प्लस वेरिएंट के मामलों पर महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि लोगों को डेल्टा प्लस वैरिएंट से डरने की ज़रूरत नहीं है. बल्कि वो इस बारे में सूचित करें. उन्होंने कहा कि यह कहना सही नहीं होगा कि सभी 5 मौतें केवल डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण हुईं. ये लोग 65 वर्ष से अधिक आयु के थे और अन्य बीमारियों से भी ग्रसित थे. हालांकि राज्य में अब टेस्टिंग पर फोकस किया जा रहा है. मरीज का पूरा पिछला इतिहास चेक किया जा रहा है, जिसमें वे कहां गए, कहां उनका टीकाकरण हुआ, कहां से संक्रमित हुए वगैरह-वगैरह. हाई रिस्क और लो रिस्क वाले लोगों को भी अलग किया जा रहा है. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर उनके अनुसार इलाज भी किया जाएगा. यह प्रक्रिया सभी जिलों में जारी है.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.