महाराष्ट्र: मंत्री के भीड़ वाले वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स का सवाल- त्योहारों पर प्रतिबंध क्यों?
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हालांकि सोशल मीडिया पर इस वीडियो का स्वागत नहीं हो रहा है. बल्कि उनपर यह कहते हुए निशाना साधा जा रहा है कि अगर राजनीतिक इवेंट्स के लिए भीड़ इकट्ठा करने की इजाजत है तो फिर त्योहारों पर आमलोगों को मंदिर जाने की इजाजत क्यों नहीं है?
महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री जितेंद्र आव्हाड के एक ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया पर उन्हें कड़ी प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ रहा है. प्रदेश आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने शुक्रवार को अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो डाला. यह वीडियो भिवंडी का है. इस वीडियो में काफी भीड़ देखी जा रही है. जहां पर एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) कार्यकर्ता बाइक पर सवार होकर उनका स्वागत कर रहे हैं. इस वीडियो में आव्हाड के काफीले के स्वागत में लगे कार्यकर्ताओं की जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है. कैबिनेट मंत्री ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, 'भिवंडी में कार्यकर्ताओं ने आज इस तरह स्वागत किया.' उन्होंने इस मौके पर घोषणा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MHADA), भिवंडी में 20000 मकान का निर्माण करेगी. आज भिवंडीत कार्यकर्त्यांनी स्वागत केले .. pic.twitter.com/hOlHt44Hxwजर्मनी से 35 दिन बाद वापस लौटने पर जेडीएस के निष्कासित सांसद रेवन्ना को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से रेवन्ना की 14 दिनों की कस्टडी की मांग की थी. दोनों पक्षों की तरफ से अपनी-अपनी दलीलें दी गईं. लंबी-चौड़ी दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने रेवन्ना को 6 जून तक SIT हिरासत में भेज दिया है.
असम में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण 9 जिलों में बाढ़ की स्थिति से दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान में कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई है. वहीं मणिपुर का राजभवन भी बाढ़ के पानी से लबालब हो चुका है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवात रेमल के बाद पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण मणिपुर के राजभवन में जलभराव हो गया है.
बार और रेस्टोरेंट्स की ओर से पेश वकील वीना थडानी ने तत्काल सुनवाई के लिए याचिकाओं का उल्लेख किया और कहा कि पुणे में हुई घटना के बाद से कुछ दस्तावेज प्रस्तुत न करने जैसे मामूली मुद्दों पर बार और रेस्टोरेंट्स के लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं. थडानी ने कहा कि इन प्रतिष्ठानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
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