महाराष्ट्र: आयकर जांच के घेरे में पूर्व CM अशोक चव्हाण से जुड़ीं चीनी मिलें, IT ने शुरू की जांच
AajTak
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और वर्तमान मंत्री अशोक चव्हाण से जुड़ी चीनी मिलें आयकर विभाग की जांच के घेरे में है. इसके तहत, महाराष्ट्र के अर्बन क्रेडिट कोऑपरेटिव बैंक की एक शाखा में इस मिल से जुड़े संदिग्ध खातों की जांच की गई जिसमें अनियमितताएं सामने आई हैं.
आयकर विभाग (Income Tax Department) ने 27 अक्टूबर को महाराष्ट्र में अर्बन क्रेडिट कोऑपरेटिव बैंक (Urban Credit Cooperative Bank) की शाखाओं में से एक पर तलाशी और जब्ती अभियान चलाया था. इसमें अध्यक्ष और बैंक के एक निदेशक का आवास भी शामिल था. जिस शाखा में तलाशी हुई वह महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में थी.
कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री के बड़े स्टार्स में से एक दर्शन को कथित तौर पर एक मर्डर केस के सिलसिले में अरेस्ट कर लिया गया है. जानकारी के मुताबिक चित्रदुर्ग के रहने वाले रेणुका स्वामी को, सुमनहल्ली ब्रिज पर मृत पाया गया. इस मामले में पुलिस ने रेणुका की मां की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया और अब उन्हें हिरासत में लिया है. देखिए दस्तक
देश के कोने-कोने से इन दिनों NEET परीक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी आज ये कहा है कि जितनी शिकायतें देश भर से आ रही हैं, उससे लग रहा है कि मामला गड़बड़ है.नीट की विश्वसनीयता और शुचिता पर सवाल उठ रहे हैं. आइए जानते हैं कि नीट मामलों के एक्सपर्ट और परीक्षा में शामिल हुए छात्र क्या सवाल उठा रहे हैं.
केंद्रीय गृह मंत्रालय आने वाले समय में एनएसजी और आईटीबीपी के सुरक्षा ड्यूटी में बड़े बदलाव कर सकता है. ऐसे दर्जनों लोग हैं, जिन्हें एनएसजी और आईटीबीपी सुरक्षा मुहैया कराती है. इनके अलावा ब्लैक कैट कमांडो को वीआईपी सुरक्षा ड्यूटी से पूरी तरह मुक्त किए जाने की मांग लंबे समय से पेंडिंग है, जिसे आने वाले समय में अप्रूवल मिलने की उम्मीद है.
नीट यूजी रिजल्ट जारी होने के बाद से छात्रों को गुस्सा NTA पर फूट रहा है. पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है. वहीं मेडिकल स्टूडेंट्स ने परीक्षा कराने वाली एजेंसी NTA पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. छात्रों का मानना है कि इस बार परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. आखिर छात्र और NTA के बीच पूरा विवाद क्या हैं? देखें ब्लैक & व्हाइट
सावन के महीने में लाखों की संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार से जल लेने जाते है. ऐसे में दिल्ली सरकार राजधानी में जगह-जगह कांवड़ शिविर लगाती है, जहां कांवड़ियों के रुकने और आराम करने के लिए हर जरूरी सुविधाएं मुहैया करवाई जाती है. इस साल दिल्ली भर में लगभग 200 कांवड़ शिविर लगाए जाएंगे. पूर्वी दिल्ली, उत्तरी पूर्वी दिल्ली और शहादरा जिले में कांवड़ियों के एंट्री पॉइंट होंगे. ऐसे में इन तीनों जिलों में सबसे ज़्यादा शिविर लगाए जाएंगे.