मनी लॉन्ड्रिंग मामला: सुकेश और लीना मारिया पॉल की तरफ से बहस पूरी, 11 जुलाई को अगली सुनवाई
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कोर्ट ने पूछा कि बेंगलुरु में कार बेचने खरीदने का बिज़नेज़ करती थी और जब सुकेश जेल में था उस समय भी आप कॉल पर बात करती थी, जबकि आपके पास लीगल बातचीत का ऑप्शन था, क्या जेल में बंद कैदी से व्हाट्सऐप कॉल करने कानूनन सही है ?
सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े 200 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में सुकेश की पत्नी और मामले में आरोपी लीना मारिया पॉल की तरफ से वकील ने बुधवार को चार्ज फ्रेम करने को लेकर बहस पूरी की. पटियाला हाउस कोर्ट में आज की सुनवाई पूरी होने के बाद अगली सुनवाई 11 जुलाई को होगी. अगली सुनवाई में कुछ आरोपियों पर चार्ज फ्रेम करने पर बहस होगी.
लीना पॉल के वकील ने कहा कि लीना के खिलाफ कुछ भी संदिग्ध नहीं है, जिससे लगे कि मनी लॉन्ड्रिंग में वह शामिल थी.
लीना पॉल के वकील ने कहा कि जांच एजेंसी का कहना है कि सुकेश चंद्रशेखर का आपराधिक इतिहास रहा है, आदतन अपराधी है, जेल परिसर से लगातार फर्जी कॉल करता था, जांच में पता चला कि सुकेश ने लॉ सेक्रेटरी बन कर फर्जी फोन कॉल किया.
कोर्ट ने पूछा कि बेंगलुरु में कार बेचने खरीदने का बिज़नेज़ करती थी और जब सुकेश जेल में था उस समय भी आप कॉल पर बात करती थी, जबकि आपके पास लीगल बातचीत का ऑप्शन था, क्या जेल में बंद कैदी से व्हाट्सऐप कॉल करने कानूनन सही है ?
कोर्ट ने लीना पॉल के वकील से कहा कि आपके अभिनेत्री के रूप में या बिज़नेस से जो आय हुई उससे कोई दिक्कत नहीं है, आप पर आरोप यह है कि आपने जेल में बंद कैदी से गिफ्ट लिए इसी पर ED भी सवाल उठा रही है. आपकी अभिनेत्री के रूप में या बिज़नेस से हुई आय से ED को भी कोई दिक्कत नहीं है.
लीना पॉल ने वकील ने कहा उसने खुद से मेरे काउंट में पैसे ट्रांसफर किया, मुझको नहीं पता था उस पैसे का सोर्स क्या था.
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