भारतीयों-हिंदुओं के खिलाफ जहर उगल रहा अलकायदा, बोला- अरब देशों से इन्हें निकालें, नौकरियां छीन लें
AajTak
बीजेपी से निष्कासित नूपुर शर्मा ने जून में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित बयान दिया था. इसके बाद देश-दुनिया में उनका विरोध हुआ था. उन्हें बयान दिए हुए 7 महीने बीत चुके हैं लेकिन अभी तक यह मामला ठंडा नहीं हुआ है. अब अलकायदा उनके इस बयान को तूल देते हुए अरब देशों में रहे भारतीयों और हिंदुओं का बहिष्कार करने के लिए मुस्लिमों को भड़का रहा है.
आतंकी संगठन अलकायदा ने देश में कथित ईशनिंदा को लेकर भारतीयों, हिंदुओं और पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. उसने मुस्लिम देशों से भारतीयों, भारतीय उत्पादों और अरब देशों में काम कर रहे हिंदुओं का बहिष्कार करने को कहा है.
दरअसल आतंकी संगठन की पत्रिका में प्रकाशित लेखों में से एक में भारत और पीएम मोदी पर निशाना साधा गया है. इसके अलावा बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के बारे में विवादित टिप्पणी का जिक्र करते हुए देश में ईशनिंदा विवाद के बारे में बात की गई है. इस लेख में सभी मुस्लिमों और मुस्लिम देशों को भारत के खिलाफ एकजुट होने के लिए कहा है.
कश्मीर में आतंक फैलाने के लिए मांगी मदद
अलकायदा की पत्रिका में प्रकाशित लेख में लिखा है कि मुस्लिम जगत में चुप्पी की वजह से भारत की हिंदुवादी सरकार ने हद पार कर पैगंबर मोहम्मद का अपमान कर दिया. इसके अलावा अलकायदा ने कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मुसलमानों से मदद मांगी है.
प्रकाशित लेख में आगे कहा गया,'हम इस हिंदू सरकार के खिलाफ एकजुट होने और भारत में अपने भाइयों-बहनों की मदद का आह्वान करता हूं ताकि अल्लाह के दुश्मन हमारे पैगंबर के खिलाफ इस तरह के अपमानजनक अपराध को दोहराने की हिम्मत न कर सकें.
मोदी के समर्थकों में यह रहने देना पैगंबर का अपमान
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.