भरतपुर: जमीन के लालच में बेटे ने मारी थी पिता को गोली, बीच सड़क हुई थी मौत
AajTak
राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने एक हत्या के मामले का खुलासा किया है. शख्स की हत्या किसी दूसरे ने नहीं बल्कि उसके अपने ही बेटे ने की थी. पुलिस ने हत्यारे बेटे को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में इस्तेमाल किया गया अब अवैध हथियार को भी तालाश जा रहा है.
राजस्थान के भरतपुर में पुलिस ने एक हत्या के मामले का खुलासा किया है. शख्स की हत्या किसी दूसरे ने नहीं बल्कि उसके अपने ही बेटे ने की थी. पुलिस ने हत्यारे बेटे और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया है और हत्या में इस्तेमाल किया गया अवैध हथियार भी तालाश जा रहा है. (फोटो- सुरेश फौजदार) इस मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि रुदावल थाना इलाके के पूराबाई खेड़ा के रहने वाले आरोपी विश्वेंद्र सिंह और उसके पिता भगवान सिंह के बीच बीती 6 फरवरी को जमीन बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था और आरोपी घर छोड़कर चला गया था. लेकिन बाद में उसने अपने गांव के ही एक साथी राकेश उर्फ कल्ला को रुपये देने, नौकरी लगवाने और जमीन देने का लालच देकर अपने साथ मिला लिया और अपने पिता की हत्या करने की साजिश रच डाली.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.