
बेनजीर भुट्टो की बेटी आसिफा की पॉलिटिक्स में एंट्री, उपचुनाव के लिए भरा नामांकन, हासिल है First Lady का दर्जा
AajTak
Aseefa Bhutto News : पाकिस्तान की राजनीति में बेनजीर भुट्टो की सबसे छोटी बेटी आसिफा की एंट्री होने जा रही है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बेटी आसिफा को देश की 'फर्स्ट लेडी' का दर्जा हासिल है.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की सबसे छोटी बेटी आसिफा भुट्टो अब पाकिस्तान की सक्रिय राजनीति में कदम रखने जा रही है. आसिफा ने नेशनल असेंबली में सिंध प्रांत की एक सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है. यह सीट उनके पिता के राष्ट्रपति बनने के बाद खाली हुई है.
31 साल की आसिफा पिछले कुछ समय से राजनीति में एक्टिव हैं लेकिन उनके पिता जरदारी ने उन्हें संसदीय राजनीति से दूर रखा है. वह पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की को-चेयरपर्सन भी हैं. जरदारी के पाकिस्तान का 14वां राष्ट्रपति बनने के बाद आसिफा को मुल्क की 'फर्स्ट लेडी' का दर्जा मिला है जो पारंपरिक रूप से राष्ट्रपति की पत्नी को मिलता है.
पिता के राष्ट्रपति बनने के बाद खाली हुई सीट
आसिफा ने सिंध प्रांत के शहीद बेंजीराबाद जिले के एनए-207 निर्वाचन क्षेत्र के लिए उपचुनाव में रविवार को नामांकन पत्र जमा किया. उनके पिता आसिफ अली जरदारी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी लेकिन राष्ट्रपति बनने के बाद यह सीट खाली हुई है. आसिफा का चेहरा उनकी मां बेनजीर भुट्टो से काफी मिलता है जिनकी 2007 में रावलपिंडी में एक सुसाइड अटैक में हत्या कर दी गई थी. तब आसिफा की उम्र बहुत कम थी.
लगभग तय मानी जा रही है जीत
आसिफा के भाई बिलावल भुट्टो पिछली शहबाज सरकार में विदेश मंत्री थे. बिलावल पीपीपी के चेयरपर्सन और पार्टी का सबसे प्रमुख चेहरा हैं. हालांकि आसिफा को उनकी मां का उत्तराधिकारी माना जा रहा है. 21 अप्रैल को उपचुनाव होंगे और आसिफा का जीतना लगभग तय है. अगर वह जीतती हैं तो यह संसदीय राजनीति में आसिफा का पहला कदम होगा.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







