
'बेटा 3 महीने ICU में था, हफ्ते में एक दिन थी मिलने की इजाजत', दीया मिर्जा का छलका दर्द
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बॉलीवुड एक्ट्रेस दीया मिर्जा ने अपनी प्री-मैच्यॉर डिलीवरी का खुलासा करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. बता दें, कॉम्प्लीकेशन की वजह से दीया को बेटे अव्यान आजाद की डिलीवरी 6 महीने में ही करनी पड़ी थी.
दीया मिर्जा जल्द ही अनुभव सिन्हा की फिल्म 'भीड़' में नजर आने वाली हैं. लॉकडाउन पर अधारित इस फिल्म में दीया का रोल काफी अहम है. फिल्म में दीया एक मां के किरदार में हैं. मां बनने के बाद वो इस किरदार से खुद को कितना रिलेट कर पाती हैं. इसके साथ ही दीया हमसे लॉकडाउन के दौरान मां बनने के अनुभव को शेयर कर रही हैं.
दीया ने भीड़ में अपने रोल पर क्या कहा?
भीड़ से जुड़ने पर दीया कहती हैं, मैं अनुभव सिन्हा को कैसे मना कर सकती हूं. मैं अनुभव सिन्हा के साथ कैश और थप्पड़ में काम कर चुकी हूं. भीड़ के लिए उन्होंने मुझे कॉल कर बस यही कहा कि इस फिल्म में तुम्हारे लिए कुछ ऐसा है, जो तुम्हारी इमेज से बिलकुल अलग है. पता नहीं तुम उसे करोगी या नहीं, पहले तुम स्क्रिप्ट पढ़ लेना फिर बताना. स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद मैं बिना किसी सेकेंड थॉट के ही राजी हो गई थी. मैं खुश हूं कि मुझे उन्होंने अपनी इस फिल्म का हिस्सा बनने का मौका दिया है. दर्शक भी जब यह फिल्म देखेंगे, तो उन्हें एहसास होगा कि कन्वेंशनल दीया इसमें बिलकुल भी नहीं है. इस किरदार को करने के बाद यही समझ आया कि यहां कोई भी परफेक्ट नहीं होता है. हर किसी में कुछ न कुछ कमी तो जरूर होती है.
मां बनने के बाद वो इस मां के किरदार से खुद को कितना रिलेट कर पा रही हैं. इसके जवाब में दीया कहती हैं, मुझमें हमेशा से मैटरनल इमोशन रहा है. काफी वक्त तक तो मैं मां नहीं बनी थी लेकिन शूटिंग के दौरान भी मेरे इमोशन में कोई कमी नहीं दिखी होगी. मैं उस बच्ची से इमोशनली कनेक्ट भी हो गई थी. हां, बात सही है कि असल जिंदगी में मां बनने के बाद फर्क तो आता है. मुझे याद है जब बेटा 6 महीने का था, तो मैं उसे घर पर छोड़ शूटिंग के लिए बाहर निकली थी. तो मेरा दिल जानता है कि मैंने कितनी हिम्मत जुटाई थी. लाइफ तो बदली है, मेरा बच्चा मेरी जिंदगी की धुरी है.
लॉकडाउन कैसा गुजरा था?

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