
बुढ़ापे से बचने के लिए महिलाएं रोज खाएं ये ड्राई फ्रूट्स, 50 तक स्किन रहेगी टाइट
AajTak
आजकल की खराब लाइफस्टाइल में कई लोगों के चेहरे पर उम्र से पहले ही बुढ़ापा दिखने लगता है. अगर आपको भी लगता है कि आपके चेहरे पर झुर्रियां या फाइन लाइंस दिखने लगी हैं तो आपको अपनी डाइट में कुछ ड्राई फ्रूट्स जरूर शामिल कर लेने चाहिए.
आजकल की खराब लाइफस्टाइल में खरान खानपान, पोषण की कमी, तनावभरी जीवनशैली, नींद की कमी और फास्ट फूड्स के अधिक सेवन की वजह से कई लोगों के चेहरे पर उम्र से पहले ही बुढ़ापा दिखने लगता है. चेहरे पर झुरियां, फाइन लाइंस और स्किन का लटकना बुढ़ापे के निशान होते हैं जो एक उम्र के बाद ही चेहरे पर दिखते हैं लेकिन अगर आपको भी लगता है कि आपके चेहरे पर वक्त से पहले ही झुर्रियां या फाइन लाइंस दिखने लगी हैं तो आपको अपनी डाइट में पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे हरी सब्जियां, फल, अंडे, साबुत अनाज, बीज और कुछ ड्राई फ्रूट्स जरूर शामिल कर लेने चाहिए. ये सभी खाद्य पदार्थ आपको वक्त से पहले आने वाले बुढ़ापे से बचाते हैं और आपकी स्किन को टाइट रखते हैं.
बादाम
बादाम आपकी स्किन को टाइट रखने में काफी मदद करता है. यह महिलाओं का सबसे अच्छा फ्रेंड माना जाता है क्योंकि ये उन्हें एक या दो नहीं बल्कि कई लाभ पहुंचाता है. इसमें प्रोटीन काफी मात्रा में होता है जो शरीर और स्किन के लिए बहुत जरूरी होता है. इसमें विटामिन ई की भी भरपूर मात्रा होती है जो स्किन को अंदर से पोषण देता है और उसे जवान रखने में मदद करता है.
काजू
काजू में फाइबर, प्रोटीन, मैंगनीज, जिंक, कॉपर जैसे तमाम पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो आपको ऊर्जा देने के साथ कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं काजू आपको जवान भी रखता है क्योंकि इसमें कॉपर होता है जो शरीर में कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाने में मददगार होता है. कोलेजन से ही आपकी स्किन टाइट और फर्म रहती है.
अंजीर

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









