'बारूद है नवजोत सिद्धू, पार्टी को बर्बाद करने पर तुले', पंजाब में कांग्रेस नेताओं ने साधा निशाना
AajTak
नवजोत सिंह सिद्धू पर पंजाब के कांग्रेस नेताओं ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सिद्धू पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं और वह बारूद की तरह हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने पार्टी हाईकमान से सिद्धू को निष्कासित करने की भी मांग की है.
गुटबाजी के चलते 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा. अब इसी गुटबाजी के चलते संगठन गुटों में बंटता नजर आ रहा है. कारण, कांग्रेस नेताओं के एक समूह ने एक संयुक्त बयान जारी किया. इसमें उन्होंने कहा कि पूर्व पीसीसी प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू 'बारूद' कहते हुए उन्हें पार्टी से बाहर निकालने को कहा है.
दरअसल, लखवीर सिंह लक्खा, दविंदर सिंह घुबाया, खुशबाज सिंह जटाना और अमित विज ने द्वारा एक बयान में कहा गया, "नवजोत सिंह सिद्धू एक बारूद हैं जो पार्टी में विस्फोट कर सकते हैं. हम 2022 में सिद्धू की अक्षमता और आत्मकेंद्रित लक्ष्यों के कारण 2022 का विधानसभा चुनाव हार गए. समय आ गया है कि उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाए.
राज्य पार्टी प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग ने गुरुवार को एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए सिद्धू पर हमला बोलते हुए उन्हें एक ऐसा पार्टी नेता बताया जो पार्टी लाइन में विश्वास नहीं करता और अतीत में पार्टी को बर्बाद कर चुका है.
इससे पहले विपक्ष के नेता, प्रताप सिंह बाजवा ने समानांतर सार्वजनिक रैलियां आयोजित करने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू की आलोचना की थी और उनसे अतीत का पुनरावलोकन करने को कहा था जब उन्होंने पार्टी को इस मुकाम पर पहुंचाया था.
प्रताब बाजवा ने कहा था, "मैं सिद्धू साहब से परिपक्वता के साथ काम करने की अपील करता हूं. आपको समझना चाहिए कि क्या इस समाज ने आपको सम्मान और सम्मान दिया है. कृपया ऐसा न करें. आपके राष्ट्रपति रहते हुए पार्टी 78 से गिरकर 18 सीटों पर आ गई. आप और क्या चाहते हैं. शांत रहें और पार्टी कैडर के साथ आगे बढ़ें.''
उधर, नवजोत सिद्धू समानांतर रैलियों को संबोधित कर खुद को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. कांग्रेस के दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच जुबानी जंग तब शुरू हुई जब नवजोत सिंह सिद्धू ने खुद को मजबूत करने की कोशिश में समानांतर बैठकें और रैलियां शुरू कर दीं.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.