
बाड़मेर: स्कूटी-गाड़ी सब डूबीं... पानी में फंसे लोग, जब सड़कों पर आ गया सैलाब
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राजस्थान के बाड़मेर शहर से जो तस्वीरें सामने आई हैं, वो हैरान कर देने वाली हैं. क्या बाइक, क्या स्कूटी, सभी सिर्फ पानी के तेज बहाव में बह रही हैं. अब पहले लोग खुद की जान बचा रहे हैं और फिर अपने वाहन को बचाने के लिए मशक्कत करते दिख रहे हैं.
राजस्थान में तेज आंधी के बाद अब बारिश का दौर भी शुरू हो गया है. अब जिन इलाकों में सिर्फ तेज धूप और तपती गर्मी से सामना होता था, वहां पर अब ऐसा पानी बरसा है कि जगह-जगह जलभराव देखने को मिल रहा है. राजस्थान के रेगिस्तान में पिछले कई दिनों यहीं परिस्थिति बनी हुई है जहां पर या तो लोग ही पानी में फंसते दिख रहे हैं या फिर उनकी गाड़ियों को बहता देखा जा रहा है. बदइंतजामी भी ऐसी है कि हर मोड़ पर प्रशासन की पोल भी खुल रही है. सड़कें बन गईं सैलाब
इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









