
फ्रांस में प्रदर्शन के दौरान हिंसा, चाकू से गोदकर एक शख्स की हत्या, राष्ट्रपति मैक्रों बोले- 'ये इस्लामी आतंकवाद'
AajTak
हमलावर 37 वर्षीय अल्जीरियाई नागरिक था, जो आतंकी निगरानी सूची (FSPRT) में था. ये सूची 2015 में शार्ली एब्दो कार्यालय और एक यहूदी सुपरमार्केट पर हुए हमलों के बाद बनाई गई थी, ताकि कट्टरपंथी तत्वों की निगरानी की जा सके.
फ्रांस के मुलहाउस शहर में प्रदर्शन के दौरान शनिवार को चाकू से किए गए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए, जिनमें दो पुलिस अधिकारी शामिल हैं. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस हमले को 'इस्लामी आतंकवादी हमला' करार दिया है.
हमलावर 37 वर्षीय अल्जीरियाई नागरिक था, जो आतंकी निगरानी सूची (FSPRT) में था. ये सूची 2015 में शार्ली एब्दो कार्यालय और एक यहूदी सुपरमार्केट पर हुए हमलों के बाद बनाई गई थी, ताकि कट्टरपंथी तत्वों की निगरानी की जा सके.
हमले के बाद आतंकवाद विरोधी जांच शुरू प्रॉसिक्यूटर निकोलस हेट्ज़ के मुताबिक हमले में एक अधिकारी की गर्दन की धमनी (कैरोटिड आर्टरी) और दूसरे की छाती (थोरैक्स) में चोट आई है. हमले के तुरंत बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक इकाई (PNAT) ने इस हमले की जांच अपने हाथ में ले ली है.
हमलावर न्यायिक निगरानी में था
मुलहाउस की मेयर मिशेल लुट्ज़ ने इस हमले को दहशतभरा बताया और कहा कि इसे आतंकी हमला माना जा रहा है, लेकिन न्यायपालिका को इसकी पुष्टि करनी होगी. सूत्रों के मुताबिक हमलावर न्यायिक निगरानी और नजरबंदी में था और उसे फ्रांस से निष्कासित करने का आदेश मिला था. फ्रांस में लगातार बढ़ते आतंकी हमलों के बीच यह हमला एक गंभीर सुरक्षा चुनौती के रूप में देखा जा रहा है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







