
'पाताल लोक 2' के ट्रेलर में दिखे रहस्यमयी टैटू का राज... नागालैंड के खूनी खेल में फंसने वाला है 'हाथीराम'
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ट्रेलर में कहानी तो बहुत सस्पेंस भरी नजर आ रही है, मगर कुछ सिनेमा लवर्स का ध्यान एक खास चीज पर अटक गया है. ट्रेलर में नजर आ रहीं तीन डेड बॉडीज की कलाई पर एक खास टैटू है. लोग दिमाग लगा रहे हैं कि ये टैटू आखिर है क्या और इसका कहानी से क्या कनेक्शन हो सकता है?
जयदीप अहलावत एक बार फिर से 'पाताल लोक के परमानेंट निवासी' बनकर स्क्रीन पर लौटने जा रहे हैं. उनके अमेजन प्राइम शो 'पाताल लोक' का दूसरा सीजन 17 जनवरी को रिलीज होने के लिए तैयार है. शो का ट्रेलर सोमवार को आ गया है. 'पाताल लोक 2' के ट्रेलर में जयदीप अहलावत का लीडिंग किरदार हाथीराम चौधरी, एक नए केस में उलझने जा रहा है जो उसे ऐसे इलाके में ले जाएगा, जहां के खतरे का उसे अंदाजा भी नहीं है.
ट्रेलर में कहानी तो बहुत सस्पेंस भरी नजर आ रही है, मगर कुछ सिनेमा लवर्स का ध्यान एक खास चीज पर अटक गया है. ट्रेलर में नजर आ रहीं तीन डेड बॉडीज की कलाई पर एक खास टैटू है. लोग दिमाग लगा रहे हैं कि ये टैटू आखिर है क्या और इसका कहानी से क्या कनेक्शन हो सकता है. आइए हम बताते हैं... क्या है ये टैटू? 'पाताल लोक 2' के ट्रेलर से प्लॉट ये समझ आ रहा है कि दिल्ली में, नागालैंड डेमोक्रेटिक फाउंडर नाम की पार्टी के लीडर, जोनाथन थॉम की हत्या हुई है. पहले सीजन में हाथीराम का जूनियर रहा इमरान अंसारी अब सीनियर ऑफिसर बन चुका है, यानी वो जिस एग्जाम की तैयारी कर रहा था वो क्लियर हो गया है.
अंसारी अपने पुराने साथी और अब जूनियर हाथीराम को थॉम की हत्या के इन्वेस्टिगेशन पर लगाता है. लेकिन इस हत्या के तार सीधा नागालैंड से जुड़े हैं और जांच के लिए हाथीराम को भी वहां जाना पड़ता है. लेकिन नागालैंड में तो अलग ही खूनी खेल चल रहा है. जिसे पूरी तरह शो में रिवील किया जाएगा. भागते हुए ट्रेलर में एक शॉट है, जिसमें तीन डेड बॉडीज की कलाई पर सेम टैटू है.
ये रोमन में लिखा एक नंबर है- XV.XII.XCVII. रोमन समझने वाले जान गए होंगे कि ये एक तारीख है- 12.12.1997. अब सवाल ये है कि इस तारीख से 'पाताल लोक 2' के प्लॉट का क्या राज जुड़ा है?
दिसंबर 1997 का नागालैंड यहां ये याद रखना चाहिए कि ये टैटू एकसाथ कई लोगों के हाथों पर है और ट्रेलर में ये किरदार लगातार हिंसा करते नजर आ रहे हैं. यानी पूरा चांस है कि कहानी में ये किरदार, 15 दिसंबर 1997 को हुई किसी घटना का बदला लेना चाह रहे हैं और 'मकसद नहीं भूलना है' वाले स्टाइल में ये टैटू करवाया गया है. सवाल ये है कि क्या इतिहास, दिसंबर 1997 में किसी ऐसी घटना का जिक्र करता है जो एक बड़े शो में पॉलिटिकल या सोशल कनफ्लिक्ट डालने लायक प्लॉट बन सके?
इसका जवाब थोड़ा लंबा है और ये छुपा है नागालैंड में लगातार जारी हिंसा को थोड़ा-थोड़ा समझ लेने में. 1947 में देश के आजाद होने से पहले, नागा हिल्स पर रहने वाले जनजातीय समूहों ने अपने-अपने लीडर चुनकर 'नागा क्लब' बनाया. इस क्लब ने ब्रिटिश सरकार के साइमन कमीशन (वही 'साइमन गो बैक' वाला साइमन कमीशन) को एक ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि उन्हें अपना भविष्य तय करने के लिए अकेला छोड़ दिया जाए. हालांकि ऐसा पूरी तरह नहीं हुआ और नागा हिल्स पर रहने वाले जनजातीय समूहों ने अंग्रेजों से हिंसक संघर्ष किए. 1947 में जब देश आजाद हुआ तो ये क्षेत्र असम राज्य का हिस्सा बना.

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