पांच राज्य, पांच समीकरण... एग्जिट पोल किस राज्य में कर रहा उलटफेर का इशारा, कहां दुर्ग अभेद्य?
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इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल आ गया है. सर्वे के मुताबिक, तीन राज्यों में सत्ता की वापसी होने की संभावना है. जबकि तेलंगाना और मिजोरम में सत्ता विरोधी लहर हावी रही है. वहां दोनों राज्यों में सत्तारूढ़ दल को सत्ता गंवानी पड़ सकती है. अभी मध्य प्रदेश में बीजेपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है. तेलंगाना में बीआरएस और मिजोरम में MNF की सरकार है.
पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में बस दो दिन बाकी हैं. उससे पहले इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया का एग्जिट पोल आ गया है. मध्य प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी जबरदस्त जनादेश मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. एग्जिट पोल के मुताबिक, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्कर होने की संभावना है. सत्तारूढ़ कांग्रेस को दोनों राज्यों में बीजेपी से थोड़ी बढ़त हासिल है. तेलंगाना में मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) मुश्किल में दिख रही है. वहां चार एग्जिट पोल बताते हैं कि कांग्रेस आगे चल रही है.
इंडिया टुडे-एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल के अनुसार, मिजोरम में विपक्षी छह दलों का गठबंधन जोरम पीपुल्स मूवमेंट (ZPM) अप्रत्याशित रूप में उभर रहा है. वहां मुख्यमंत्री जोरमथांगा के मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) पर हार के खतरे की घंटी बज रही है. अगर एग्जिट पोल सही साबित होते हैं तो पांचों राज्यों में नए समीकरण क्या हो कहते हैं. जानिए...
मध्य प्रदेश: शिवराज के लिए गुड न्यूज...
मध्य प्रदेश के चार बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए खुशखबरी है. वो पांचवी बार भी सीएम बन सकते हैं. उनके पक्ष में राजनीतिक समीकरण भी बनने लगे हैं. बीजेपी यहां जीतती है तो इसका श्रेय शिवराज की अथक मेहनत को भी जाएगा. इस चुनाव में बिना सीएम फेस घोषित हुए शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह से मेहनत की. ताबड़तोड़ सभाएं कीं और संगठन में निचले स्तर तक संवाद बनाकर रखा, उसने बहुमत की नई पटकथा लिखने में बड़ी मदद की है. पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी मध्य प्रदेश में फोकस रखा. महिलाओं को आर्थिक संबलता देने के लिए लाडली बहना योजना को हर घर तक ले जाने की कोशिश की गई. इसका फायदा बीजेपी और शिवराज को मिला है.
MP में ज्यादा सीटों वाले दल के साथ खड़े होंगे निर्दलीय!
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.