धूमधाम से हुई शादी, विदाई से पहले ब्यूटी पॉर्लर जाने के बहाने प्रेमी के साथ भागी नई नवेली दुल्हन
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बांदा में ससुराल से मायके आई नई दुल्हन ब्यूटी पार्लर के बहाने घर से निकली. फिर वहीं से प्रेमी संग कहीं रफूचक्कर हो गई. लड़की के पिता ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है. उनका आरोप है कि गांव का ही एक युवक उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है. उन्होंने युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
कहते हैं कि प्यार अंधा होता है और इसी प्यार की खातिर प्रेमी किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाते हैं. ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के बांदा से सामने आया है. यहां एक युवती की शादी मई 2023 में हुई थी. कुछ दिन पहले वह ससुराल से मायके आई. यहां उसने परिवार के साथ कुछ दिन बिताए. फिर जब ससुराल जाने का समय आया तो उसने कहा कि वो ब्यूटी पार्लर से होकर आती है. लेकिन इसके बाद वह घर वापस नहीं आई बल्कि प्रेमी के साथ कहीं भाग गई.
पिता और पति ने सब जगह खोजबीन की लेकिन नई दुल्हन का पता नहीं चल सका. जिससे परेशान होकर पिता ने आरोपी युवक पर मुकदमा दर्ज करवाया. पुलिस का कहना है कि सर्विलांस के माध्यम से उक्त युवक और नई दुल्हन की लोकेशन ट्रेस की जा रही है. जल्द ही दोनों का पता लगा लिया जाएगा.
मामला बिसंडा थाना क्षेत्र इलाके का है. पीड़ित पिता ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने 22 वर्षीय बेटी की शादी 28 मई 2023 को तिंदवारी थाना क्षेत्र गांव में करवाई थी. कुछ दिन पहले लड़की ससुराल से मायके आयी थी. उसका गवना कार्यक्रम यानी दोबारा विदाई का कार्यक्रम 23 अक्टूबर को तय था. ब्यूटी पार्लर का बहाना करके नई दुल्हन घर से निकल गई. जब काफी देर बाद भी वह लौटकर नहीं आई तो घर वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका.
फिर कहीं से पता चला कि लड़की को पड़ोस का एक लड़का बहला फुसलाकर भगा ले गया है. परिजनों के मुताबिक, लड़की अपने गहने और 15000 रुपये भी साथ ले गयी है. उन्होंने पुलिस में FIR दर्ज करवा आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
SHO बिसंडा श्यामबाबू शुक्ला ने बताया कि हमने मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी युवक और नई दुल्हन के फोन नंबरों को ट्रेस किया जा रहा है. जल्द ही उनकी लोकेशन का पता लगा लिया जाएगा. मामले में आगामी जांच जारी है.
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और अपनी पार्टी के इकलौते सांसद जीतन राम मांझी भी मोदी सरकार में मंत्री बन गए हैं. 44 सालों के पॉलिटिकल करियर में मांझी राज्य सरकार में कई बार मंत्री बन चुके हैं लेकिन पहली बार वो मोदी सरकार में मिनिस्टर बने हैं. मांझी ने एनडीए उम्मीदवार के तौर पर इस बार गया (रिजर्व सीट) से चुनाव लड़ा था और भारी मतों के अंतर से चुनाव जीता था.