धमाके से हुआ गहरा गड्ढा, जीप के उड़े परखच्चे... दंतेवाड़ा में नक्सली हमले के बाद का वीडियो, 10 जवान शहीद
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छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में बुधवार दोपहर को नक्सलियों ने डीआरजी फोर्स के जवानों को अपना निशाना बना लिया. इस हमले में 10 जवान और एक ड्राइवर शहीद हो गए हैं. नक्सलियों ने आईईडी ब्लास्ट कर उस गाड़ी को उड़ा दिया, जिसमें जवान सवार थे. नक्सलियों को खत्म करने के लिए सरकार ने 2008 में डीआरजी फोर्स का गठन किया था.
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने घात लगाकर डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) फोर्स के जवानों पर हमला कर दिया. उन्होंने जवानों से भरी गाड़ी को आईईडी हमले में उड़ा दिया. इस हमले में 11 जवान शहीद हो गए हैं. इनमें 10 डीआरजी के जवान और एक ड्राइवर है. नक्सलियों ने रोड के बीचोबीच लैंडमाइन बिछाई हुई थी. यह आईईडी धमाका इतना जबरदस्त था कि रोड पर कई फुट गहरा गड्ढा हो गया है. जवानों के वाहन के परखच्चे उड़ गए हैं.
बस्तर के आईजी सुंदरराज ने बताया कि अरनपुर के पालनार क्षेत्र में नक्सलियों ने जवानों को अपना निशाना बना लिया. फिलहाल तलाश अभियान जारी है. सूत्रों के मुताबिक DRG के जवान कल ऑपरेशन पर गए थे. लौटते समय नक्सलियों ने यह हमला कर दिया.
जानकारी के मुताबिक इस हमले में प्रधान आरक्षक जोगा सोढी, मुन्ना राम कड़ती, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम, जयराम पोड़ियाम, जगदीश कवासी शहीद हो गए. वहीं निजी वाहन का चालक धनीराम यादव की भी इस हमले में जान चली गई.
नक्सलियों को टक्कर दे रहे DRG जवान
पिछले कई वर्षों में नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने के लिए डीआरजी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके अलावा कई पूर्व नक्सली नेता अब छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ डीआरजी में काम कर रहे हैं.
2008 में हुआ था DRG का गठन
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