दोबारा न हो चमोली जैसी त्रासदी, 20-30 फीट तक खोला ऋषिगंगा झील का मुहाना
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ऋषिगंगा झील के प्रेशर को कम करने के लिए पहले 6 फीट मुहाने को खोला गया था और अब लगभग 30 फ़ीट के करीब तक खोल दिया गया है ताकि झील का पानी बाहर निकल सके.
तपोवन त्रासदी के बाद हिमालयी क्षेत्र में बनी झील में एसडीआरएफ और वैज्ञानिकों की टीम जलभराव वाले क्षेत्र में पहुंची है. इस इलाके में टीम पिछले तीन दिनों से झील के करीब ही कैम्पिंग कर रही है. वैज्ञानिक दल का मकसद झील से उत्पन्न खतरे का आकलन करना और उसका समाधान करना है. वैज्ञानिकों का दल स्थिति का आकलन करने के बाद सुझाव भी देगा. वहीं, SDRF दल का दस्ते के साथ जाने का उद्देश्य गेल्शियर क्षेत्र में वैज्ञानिकों को सुरक्षा मुहैया कराना है. निर्धारित स्थान तक सभी को सुरक्षित पहुंचाना और उनको लाने का काम एसडीआरएफ कर रही है एसडीआरएफ की टीम सर्वेक्षण के लिए आवश्यक संसाधनों को जुटाने का भी काम कर रही है. साथ ही झील के प्रेशर को कम करने का प्रयास किया जा रहा है.पीएम किसान सम्मान निधि योजना को 24 फरवरी 2019 को किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपए देती है. PM Kisan Scheme के तहत प्रति लाभार्थी किसान को 3 बार में 2-2 हजार रुपए करके खाते में भेजे जाते हैं.
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