
दुनिया के सबसे अमीर शख्स ने भारतीय लड़के का 400 बार क्यों किया जिक्र?
AajTak
दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क अक्सर चर्चा में रहते हैं. उनके कई ट्वीट भी अक्सर वायरल होते रहे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि एलन मस्क ने ट्विटर पर एक भारतीय लड़के को लेकर 400 बार ट्वीट किए हैं?
एलन मस्क, दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं और उन्होंने हाल ही में ट्विटर खरीदने का ऐलान किया था. वे इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर काफी सक्रिय भी रहते हैं. खास बात यह है कि ट्विटर पर कई लोगों को जवाब भी देते हैं. लेकिन, एक ऐसा भारतीय लड़का है जिसका एलन मस्क ने ट्विटर पर 400 से अधिक बार जिक्र (मेन्शन या रिप्लाई) किया है.
इस शख्स का नाम प्रणय पठोले (Pranay Pathole) है. पहली बार 2018 में मस्क ने पठोले को जवाब दिया था. जनवरी 2018 में प्रणय पुणे की एक यूनिवर्सिटी में सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग पढ़ रहे थे. तब उन्होंने एक ट्वीट किया था, जो बारिश के दौरान कार में आने वाले पानी को लेकर था.
उन्होंने लिखा था कि इतनी टेक्नालॉजी होने के बाद भी एक परेशानी को अब तक ठीक नहीं किया गया है. इस ट्वीट का एलन मस्क ने जवाब दिया था और लिखा था इसे ठीक कर लिया जाएगा.
23 साल के पठोले कहते हैं, एकबारगी को तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ. उन्हें लगा कि ये सच नहीं हो सकता है. लेकिन पठोले कहते हैं कि आज ऐसा लगता है कि आप किसी अरबपति से नहीं बल्कि दूर बैठे अपने किसी दोस्त से बात कर रहे हों. अब ये सब नैचुरल लगता है.
'बजफीड' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पठोले के ट्विटर हैंडलर के अलावा मस्क @Erdayastronaut और @teslaownersSV ट्विटर यूजर से सबसे ज्यादा बात करते हैं. पठोले को 400 से ज्यादा बार मस्क ट्विटर पर जवाब दे चुके हैं.
इंजीनियरिंग, टेस्ला, रॉकेट, स्पेसएक्स जैसे विषयों को लेकर पठोले और मस्क अक्सर बातचीत करते हैं. पठोले का कहना है कि कई बार डायरेक्ट मैसेज के जरिए भी मस्क से उनकी बात होती है.

Polar Loop price in India: भारतीय बाजार में Polar ने अपना स्क्रीनलेस फिटनेस ट्रैकर लॉन्च कर दिया है. ये डिवाइस Whoop Band जैसे फीचर्स के साथ आता है. जहां Whoop Band के लिए यूजर्स को हर साल सब्सक्रिप्शन खरीदना होता है. वहीं Polar Loop के साथ ऐसा कुछ नहीं है. इस बैंड को यूज करने के लिए किसी सब्सक्रिप्शन की जरूरत नहीं होगी.

इंडिगो एयरलाइन की उड़ानों पर मंडराता संकट शनिवार, 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ और हालात लगातार पांचवें दिन बिगड़े रहे. देश के कई हिस्सों में बड़ी संख्या में फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं. बीते चार दिनों से जारी इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा असर शुक्रवार को दिखा, जब 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द हुईं, जबकि गुरुवार को करीब 550 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थीं.

भारत और यूरोप के वर्क कल्चर में फर्क को जर्मनी में काम कर रहे भारतीय इंजीनियर कौस्तव बनर्जी ने 'जमीन-आसमान का अंतर] बताया है. उनके मुताबिक, भारत में काम का मतलब अक्सर सिर्फ लगातार दबाव, लंबे घंटे और बिना रुके डिलीवरी से जुड़ा होता है, जबकि जर्मनी और यूरोप में काम के साथ-साथ इंसान की जिंदगी को भी बराबर अहमियत दी जाती है.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo का संचालन शनिवार को भी पटरी पर नहीं लौट सका. संकट अब पांचवें दिन में पहुंच गया है और दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई एयरपोर्ट पर यात्री रातभर अपने उड़ानों का इंतजार करते नजर आए. पिछले चार दिनों में एयरलाइन को 2,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं, जिससे करीब तीन लाख से ज्यादा यात्रियों की यात्रा योजनाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं.









