
दिल्ली में 2 दिन में 7 डिग्री घट गया तापमान, बिना बारिश के टेम्परेचर में कमी की जानिए वजह
AajTak
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौसम पलटी मार रहा है. पिछले दो दिन में तापमान लगभग 7 डिग्री नीचे आ गया है. अचानक हीट वेव और अचानक सामान्य से कम तापमान की वजह क्या है? क्यों अचानक तेज हवाएं चलने लगी हैं? दिल्ली में घट-बढ़ रहे तापमान के पीछे कहानी क्या है? इस रिपोर्ट में जानिए...
अभी 2 दिन पहले ही दिल्ली में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया. लेकिन मौसम ने फिर से पलटी मारी और शुक्रवार को तापमान 32 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं गया. मौसम में अचानक आए इस बदलाव की आखिरकार क्या वजह है. मौसम विभाग ने भी इस बदलाव के पीछे अपना आकलन किया है और यह उम्मीद जताई है कि अगले कुछ दिनों तक तापमान ऐसे ही सामान्य से नीचे रहेगा, लेकिन अगले हफ्ते से दोबारा गर्मी में तेजी आएगी.
क्या है तापमान के दो दिन में लगभग 7 डिग्री नीचे आने की वजह
वैसे तो तापमान कई सारे मौसम से जुड़े फैक्टर से प्रभावित होता है, लेकिन पिछले दिनों आई गर्मी और उसके बाद तापमान में आई कमी के पीछे जो वजह है वह सामान्य नहीं है. दरअसल इंडो गंगेटिक प्लेन में पश्चिम से पूर्व की तरफ एक प्रेशर ग्रेडियंट बन रहा है. यह तब बनता है जब दो इलाकों के बीच में हवा के दबाव का अंतर हो जाए. दरअसल, पश्चिम में अमृतसर और पूर्व में गोरखपुर के बीच हवा के दबाव में 10 ग्रेडियंट पॉइंट का अंतर हो गया है. जब हवा के दबाव में अंतर होता है तो हवा चलती है और इसी वजह से दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेज हवाएं चल रही है और इस वजह से तापमान में कमी हुई है.
यह भी पढ़ें: Weather Update: उत्तर भारत में ठंडी हवाएं दिलाएंगी राहत? मध्य भारत में बढ़ेगा पारा, जानें देशभर के मौसम का हाल
कब तक कम रहेगा तापमान?
तापमान में जो कमी आई है, वो सिर्फ अधिकतम तापमान यानी दिन में कमी नहीं है बल्कि रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. शनिवार को जो न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, वो सामान्य से 3 से लेकर 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे है. कई इलाकों में हवा की रफ्तार 30 से लेकर 45 किलोमीटर प्रति घंटा तक दर्ज की गई. हालांकि रविवार को भी हवा चलती रहेगी, लेकिन उसकी रफ्तार में कमी आएगी. जैसे ही हवा की रफ्तार बदलेगी, वैसे ही गर्मी का दौर एक बार फिर से शुरू हो जाएगा. यानी अप्रैल की शुरुआत से गर्मी फिर से अपना रौद्र रूप दिखा सकती है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










