ढाई साल की बच्ची, मां-बाप पर यौन शोषण का आरोप, भारत-जर्मनी के बीच बन गया राजनयिक विवाद की वजह
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जर्मनी में रह रहे एक इंडियन कपल पर सितंबर 2021 में अपनी ही बेटी का बाल शोषण करने का आरोप लगता है, जिसके बाद सात महीने की उस बच्ची की कस्टडी यूथ वेलफेयर ऑफिस (जुगेंडमट) को सौंप दी जाती है. उसके बाद से यह बच्ची भारत और जर्मनी के बीच डिप्लोमेटिक (राजनयिक) विवाद के केंद्र में है.
भारत और जर्मनी के बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसके कारण दोनों देशों के बीच राजनयिक रिश्ता उलझता जा रहा है. इसी साल जून में बर्लिन की एक अदालत ने 2.5 साल की बच्ची पर से इंडियन कपल के माता-पिता के अधिकारों को समाप्त कर दिया. इंडियन कपल दीया और उनके पति अमित (बदला हुआ नाम) पर आरोप है कि जब बच्ची सिर्फ सात महीने की थी, तब उन्होंने उस बच्ची का यौन उत्पीड़न किया.
जिसके बाद भारत के दर्जनों सांसदों ने जर्मन राजदूत फिलिप एकरमैन को बच्ची को भारत वापस लाने के लिए एक पत्र लिखा है. यहां तक कि एक नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि अगले महीने जब जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज दिल्ली आएंगे तो उनके सामने भी इस मुद्दे को उठाया जाए.
ऐसे में समझते हैं कि क्यों और कैसे 2.5 साल की बच्ची के इर्द-गिर्द भारत और जर्मनी का डिप्लोमेटिक रिश्ता उलझता जा रहा है.
इंडियन कपल पर बाल शोषण का आरोप
ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (बीबीसी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जून 2023 में बर्लिन की एक अदालत ने इंडियन कपल दीया और उनके पति अमित का उनकी 2.5 साल की बेटी पर से माता-पिता के अधिकारों को खत्म कर दिया और बच्ची की कस्टडी यूथ वेलफेयर ऑफिस (जुगेंडमट) को सौंप दी है. साथ ही अदालत ने बच्ची को वापस भारत भेजने की मांग को भी खारिज कर दिया. दीया और उनके पति ने इसे sham trial कहा है और अपील दायर की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, अमित को बर्लिन में नौकरी मिली थी, जिसके बाद दीया और अमित 2018 में बर्लिन चले गए. बर्लिन में ही 2 फरवरी 2021 को बेटी का जन्म हुआ. सात महीने की उम्र में एक दिन एक्सिडेंटली बच्ची के प्राइवेट पार्ट में चोट लग गई और अस्पताल ले जाने पर अमित और दीया पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगा.