
'ट्रूडो ने जो आरोप लगाए हैं....', भारत और कनाडा के विवाद पर अमेरिका ने दी प्रतिक्रिया!
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कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्याकांड में संलिप्तता का आरोप लगाया है. इसके साथ ही कनाडा ने भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित भी कर दिया है. भारत ने आरोपों को खारिज करते हुए बदले की कार्रवाई की है. अब इस मामले में अमेरिका की भी टिप्पणी सामने आई है.
कनाडा और भारत के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह हत्याकांड को लेकर तनाव चरम पर है. कनाडा ने सोमवार को खालिस्तानी आतंकी की हत्या में भारत की संलिप्तता का आरोप लगाते हुए भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित कर दिया जिसके बाद भारत ने भी कनाडा के एक शीर्ष राजनयिक को पांच दिनों के भीतर देश से निकलने का आदेश जारी कर दिया है. भारत-कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी की हत्या को लेकर चल रहे इस तनाव पर अब अमेरिका ने चिंता जाहिर की है.
अमेरिका ने कहा है कि वह कनाडा के Surrey शहर में 'सिख कार्यकर्ता' की हत्या को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत पर आरोपों से 'बेहद चिंतित' है.
समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक, व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा, 'प्रधानमंत्री ट्रूडो ने जो आरोप लगाए हैं, उसे लेकर हम बेहद चिंतित हैं. हम कनाडा के अपने सहयोगियों के साथ नियमित संपर्क में रहते हैं. यह जरूरी है कि कनाडा जांच करें और अपराधियों को न्याय के कठघरे में खड़ा करे.'
कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत पर लगाए संगीन आरोप
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को कनाडा की संसद, हाउस ऑफ कॉमंस में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारत की संलिप्तता की बात कही थी. उन्होंने कहा था, 'कनाडा की सुरक्षा एजेंसियां भारत सरकार और कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच की कड़ी के आरोपों की सक्रियता से जांच कर रही हैं. कनाडा की धरती पर कनाडा के नागरिक की हत्या में किसी विदेशी सरकार की संलिप्तता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. यह हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है.'
इसके बाद कनाडा ने भारत के एक शीर्ष राजनयिक को निष्कासित करने की घोषणा की. कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'हम भारत के एक प्रमुख राजनयिक को निष्कासित कर रहे हैं. लेकिन हम इस मामले की तह तक जाएंगे, अगर यह सब सच साबित हुआ तो यह हमारी संप्रभुता और एक-दूसरे का सम्मान करने के बुनियादी नियम का बड़ा उल्लंघन होगा.'

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