
ट्रंप की धमकी के बाद जंग में सीजफायर को तैयार पुतिन, लेकिन रखी ये शर्त
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बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ वार्ता के बाद पुतिन ने कहा कि हम लड़ाई रोकने के प्रस्ताव से सहमत हैं, लेकिन यह विराम ऐसा होना चाहिए जिससे इस संकट के मूल कारण भी समाप्त हो जाएं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि हम यूक्रेन के साथ चल रही जंग को रोकने के अमेरिकी प्रस्तावों से सहमत हैं, लेकिन उन्होंने एक शर्त भी रखी है. पुतिन ने कहा कि किसी भी युद्ध विराम से स्थायी शांति आनी चाहिए और संघर्ष के मूल कारणों का समाधान होना चाहिए.
बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ वार्ता के बाद पुतिन ने कहा कि हम लड़ाई रोकने के प्रस्ताव से सहमत हैं, लेकिन यह विराम ऐसा होना चाहिए जिससे इस संकट के मूल कारण भी समाप्त हो जाएं.
क्या कहा था ट्रंप ने?
बता दें कि सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के बीच सीजफायर को लेकर सहमति बनी थी. इसके बाद अमेरिका ने 30 दिनों के सीजफायर का प्लान रूस को भेजा था, लेकिन पुतिन के ढीले रवैये के मद्देनजर ट्रंप ने उन्हें वॉर्निंग भी दी. ट्रंप ने पुतिन को चेताते हुए कहा था कि अगर रूस, यूक्रेन के खिलाफ जंग जारी रखता है तो उसे इसके सख्त परिणाम भुगतने होंगे. उसे इसका आर्थिक खामियाजा भुगतना पड़ सकता है. हम कुछ ऐसे कदम उठा सकते हैं जिससे उन पर नकारात्मक वित्तीय प्रभाव पड़ सकता है. यह रूस के लिए घातक होगा. मैं ऐसा नहीं चाहता क्योंकि मेरा मकसद शांति लाना है.
यूक्रेन ने प्रस्ताव को समर्थन देने की बात कही
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि वह इस युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं और रूस से 30 दिन के संघर्ष विराम पर सहमति देने की उम्मीद कर रहे हैं. यूक्रेन ने इस प्रस्ताव को समर्थन देने की बात कही है.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

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यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.









