
'जो देश बचाते हैं... वो कानून नहीं तोड़ते', जानें ट्रंप ने क्यों किया नेपोलियन का जिक्र
AajTak
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर फ्रांसीसी सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट की बातों को दोहराते हुए उनकी सरकार के कार्यकारी आदेशों को अदालत में चुनौती देने वालों पर निशाना साधा है. उन्होंने नेपोलियन का जिक्र करते हुए कहा कि जो अपने देश को बचाता है. वह किसी कानून का उल्लंघन नहीं करता है.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कई कार्यकारी अदेशों को कानूनी चुनौतियों मिली हैं. इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर फ्रांसीसी सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट की बातों को दोहराते हुए उनके एक कोट्स शेयर किया है. वहीं, कुछ लोगों ने अमेरिकी राष्ट्रपति पर संविधान में निर्धारित कांग्रेस के अधिकारों पर अतिक्रमण करने का भी आरोप लगाया है.
ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल प्लेटफॉर्म पर लिखा, 'जो अपने देश को बचाता है. वह किसी कानून का उल्लंघन नहीं करता है.' उन्होंने ये बातें फ्रांसीसी सैन्या नेता के कथन का हवाला देते हुए कहीं हैं, जिसने खुद को सम्राट घोषित करने से पहले 1804 में नेपोलियन कोड ऑफ सिविल लॉ बनाया था. नेपोलियन अक्सर फ्रांस में अपने सत्तावादी शासन को यह कहते हुए सही ठहराया था कि ये जनता की इच्छा थी.
दरअसल, हाल ही में ट्रंप ने जारी किए कार्यकारी आदेशों को अदालतों में चुनौती दी गई है. जिनमें इलीगल इमिग्रेशन के खिलाफ चल रही कार्रवाई, ट्रांसजेंडर लोगों को अमेरिकी सेना में सेवा देने से प्रतिबंधित करने की कोशिश, संघीय वर्कफोर्स में सुधार के प्रयास और लक्षित कर्मचारियों को प्रशासन की नीतियों को ईमानदारी से लागू करने में विफल रहने पर व्हाइट हाउस को एकतरफा बर्खास्तगी का अधिकार देना शामिल है.
'इलीगल इमिग्रेशन और बर्थ राइट सिटीजनशिप'
वहीं, अकेले इलीगल इमिग्रेशन पर कार्रवाई के कारण कम से कम 10 मुकदमे दायर किए गए हैं. जिनमें से सात मुकदमे बर्थ राइट सिटीजनशिप को खत्म करने वाले आदेश के खिलाफ दायर किए गए हैं.
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति पर एफबीआई एजेंटों और स्टाफ सदस्यों के नाम जारी करने के खिलाफ भी मुकदमा दायर किया गया है जो जनवरी 2021 के कैपिटल दंगे की जांच में शामिल थे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.








